जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार द्वारा गौरक्षा के उत्थान एवं विकास के लिए स्थाई नीति का निर्धारण किया जाएगा। राजस्थान सरकार गौ रक्षा के प्रति संवेदनशील है और गौ रक्षकों एवं समाजसेवी संस्थाओं से बातचीत कर एक स्थाई नीति का निर्धारण किया जाएगा, जिससे गोवंश की रक्षा की जाएगी।
मुख्यमंत्री गहलोत राजस्थान सरकार द्वारा जयपुर में आयोजित विशाल गोरक्षा पालकों की राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गौ वंश की स्थिति चिंताजनक है। इसके लिए सभी प्रयास किए जाएंगे और पंचायत स्तर पर गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा।
गोपालन विभाग द्वारा आयोजित विशाल को रक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि बारां में एक विशाल गोरक्षा चिकित्सालय की स्थापना की जाएगी जिसमें 100 किलोमीटर परिधि क्षेत्र के पशुओं की निशुल्क इलाज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार गौशाला को नियमानुसार समय पर अनुदान दे रही है, लेकिन फिर भी गोपालक बड़ी मुश्किल से गौशालाओं का संचालन कर रहे हैं। उनकी समस्याओं से मैं भलीभांति परिचित हूं और उन समस्याओं को का समाधान करने के लिए राजस्थान सरकार संकल्पबद्ध है।
गौ रक्षा सम्मेलन को कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, वन मंत्री सुखराम बिश्नोई, विधायक गंगा देवी ने भी संबोधित किया। राज्य स्तरीय गोरक्षा सम्मेलन में राजस्थान बरसे ढाई हजार से अधिक गौ रक्षकों ने भाग लिया।