अजमेर। राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपने ढाई साल के शासन में हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रही है।
चतुर्वेदी आज अजमेर में जिला कार्यकारिणी बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार आज आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। सरकार के मंत्री और विधायक ही उन पर असफलता के आरोप लगा रहे हैं। मैं कह सकता हूं कि देश के सबसे कमजोर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है। उन पर दबाव बनाकर कुछ भी कराया जा सकता है।
उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था, दलित एवं महिला उत्पीड़न, बच्चियों से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि इन्हीं दो माह में 56 फीसदी केस सामने आए हैं जिनमें कृष्णा वाल्मीकि का मामला भी है। बेरोजगार की स्थिति विस्फोटक है। सरकार बेरोजगारी भत्ता भी नहीं दे पा रही है। बिजली की कीमतें बेतहाशा बढ़ रही है। कोरोनाकाल के औसत बिल जमा कराने के बावजूद जनता को पुनः बिल भरना पड़ रहा है जो शर्मनाक है।
सरकार पानी वितरण का काम भी समय पर नहीं कर रही और अब पानी की कीमत बढ़ाने की दिशा में भी कदम बढ़ाया जाना प्रस्तावित है। किसानों को भाजपा राज में मिलने वाली सब्सिडी बंद किए जाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे 19 माह की सब्सिडी किसानों के खाते में जमा कराएं।
उन्होंने कहा कि चिरंजीवी योजना का लाभ भी आम लोगों को नहीं मिल रहा है। निजी अस्पतालों के खिलाफ भी कार्यवाही नहीं हो रही। कोरोनाकाल में भ्रष्टाचार के एक भी मामले पर किसी मुल्जिम को नहीं पकड़ा गया। पेट्रोल डीजल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दो चरित्र दो चेहरे है। देश में सबसे ज्यादा एक्साइज ड्यूटी राजस्थान में है। यदि इसे कम कर दिया जाए तो कीमतें स्वतः नियंत्रित हो जाएगी।