जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कांग्रेस की गहलोत सरकार के दो साल के रिपोर्ट कार्ड पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की गहलोत सरकार पिछले दो साल में हर मोर्चे पर विफल रही हैं।
डा पूनियां ने आज कहा कि गहलोत सरकार न तो किसानों का सम्पूर्ण कर्जा माफ कर पाई, ना ही युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दे पाई, ना ही अपराधों पर नियंत्रण कर पाई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आपराधिक घटनाएं चरम पर हैं और महिला, दलित एवं आदिवासी गहलोत राज में प्रताड़ित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गहलोत राज में युवा-हैरान, महिला-परेशान, किसान-हलकान है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी विकास ठप पड़ा हुआ है, आर्थिक प्रबंधन में भी सरकार विफल रही है, हालात ये हैं कि सरकार दो साल में एक भी विकास का नया काम अपने शासन में शुरू नहीं कर पाई, जिसका दुष्परिणाम प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अपने बजट भाषण में सवा लाख भर्तियों की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी, जिसे आज दिन तक पूरा नहीं कर पाए और तो और 35 हजार पद समाप्त कर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ बड़ा छलावा किया है। वहीं संविदाकर्मियों को नियमित करने का वादा कर आज तक उनको नियमित नहीं कर संविदाकर्मियों के साथ न्याय नहीं किया है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन एवं प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा द्वारा जनघोषणा-पत्र पर रिपोर्ट कार्ड जारी कर 50 प्रतिशत काम पूरे होने का दावा हवा-हवाई है और अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने जैसा है। उनका जनघोषणा-पत्र झूठ का पुलिन्दा है। किसानों, नौजवानों के साथ वादाखिलाफी की है।