जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र मीणा ने कहा है कि राज्य की गहलोत सरकार की वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था से अब लगने लगा है कि उसने आदिवासी मीणा समाज से सम्पूर्ण विश्वास खो दिया है।
मीणा आज आबागढ़ किले पर स्थित आबा माता की पूजा अर्चना एवं शिव परिवार का जलाभिषेक करने के बाद आज यह बात कही। उल्लेखनीय है कि आंबागढ किले में झंडे को लेकर हुये विवाद के बाद प्रशासन ने मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया था और बुधवार को किले में स्थित मंदिर में पूजा पाठ की अनुमति मिलने पर मीणा एवं पूर्व मंत्री गोलमा देवी ने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
मीणा ने कहा कि जो लोग समाज एवं धर्म को बांटने का कार्य कर रहे हैं उनको भगवान सद्बुद्धि दे। उन्होंने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ गोलमा देवी के नेतृत्व में जयपुर पुलिस आयुक्त को ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में बताया गया कि समाज की सुख शांति के लिए गत एक अगस्त की मध्यरात्रि को सांसद डाॅ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा आबागढ़ किले पर भगवान मीनेष का ध्वज लगाया गया था, उसे किसने एवं क्यों हटाया, इससे मीणा समाज में भारी रोष व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था से अब लगने लगा है कि उसने आदिवासी मीणा समाज से सम्पूर्ण विश्वास खो दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक आबागढ़ किले पर मूर्तियों को खंडित करने वाले आरोपी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
उल्लेखनीय है कि डा किरोड़ी लाल मीणा जयपुर में स्थित आबागढ़ किले में आबा माता मंदिर में पूजा अर्चना करना चाह रहे थे लेकिन इसकी इजाजत नहीं मिलने पर उन्होंने किले पर पहुंच कर झंडा फहराया। इसके आरोप में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। लेकिन अब प्रशासन ने मंदिर में पूजा अर्चना की अनुमति दे दी।