जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराणा प्रताप की प्रतिबद्धता, देशभक्ति, दानशीलता, जनसेवा और कर्तव्य परायणता का संदेश देने के लिए वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड का गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। बोर्ड में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सात अन्य सदस्य होंगे। बोर्ड में सचिव एवं कार्यकारी स्टाफ अलग से होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने उदयपुर में गत 22 मई को कालजयी योद्धा की स्मृति में बोर्ड गठित करने की घोषणा की थी। इस बोर्ड के गठन का उद्देश्य नई पीढ़ी को महाराणा प्रताप के महान चरित्र का अनुगामी बनाना, उन पर आधारित पुरातात्विक धरोहरों का संरक्षण एवं नव-निर्माण, भारत की विभिन्न भाषाओं में रचित प्राचीन साहित्य का संकलन, संरक्षण, शोध, प्रकाशन एवं प्रचार-प्रसार, संबन्धित पाठ्यक्रम सामग्री का निर्धारण- समावेशन करना है।
साथ ही उनके नाम से राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों की शुरूआत करना, उन पर आधारित मेलों, प्रदर्शनी, समारोह, सम्मेलन, फिल्मों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संगोष्ठियों तथा कवि सम्मेलनों का आयोजन करना एवं देश-विदेश में उनके विचारों का प्रचार-प्रसार का कार्य भी बोर्ड द्वारा किया जाएगा।