जयपुर। दीनदयाल वाहिनी के जयपुर शहर अध्यक्ष विमल अग्रवाल ने कहा कि हमारा मंत्री वेतन विधेयक के खिलाफ किया जा रहा प्रदर्शन मुख्यमंत्री को नागवार गुजरा और उन्होंने इस विरोध की आवाज को पुलिस की मदद से दबाने का प्रयास किया।
वाहिनी के कार्यकर्ताओं को हजारों की तादात में जगह जगह रोका गया ताकि हमारा प्रदर्शन बाधित हो। तब भी सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदर्शन स्थल पहुंचे और प्रतियां जलाकर रोष प्रकट किया।
अग्रवाल ने कहा कि हम दबाव में नहीं आने वाले, जनसाधारण की समस्याओं से जुड़े प्रत्येक मुद्दों पर वाहिनी स्पष्टतौर पर सड़क पर उतरेगी और प्रदर्शन करेगी।
मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस कमिश्नरेट का दुरूपयोग किया जा रहा है, पुलिस ने मुख्यमंत्री के इशारों पर वाहिनी के लोकतांत्रिक तरीके से किए जा रहे प्रदर्शन को दबाने का प्रयास किया है और सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री सिविल लाइन्स स्थित 13 नंबर बंगले को खाली कर तुरंत 8 नंबर बंगले में जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो जिस प्रकार से आज जयपुर वाहिनी ने विधेयक की प्रतियां जलाकर विरोध व्यक्त किया है ठीक ऐसे ही पूरे राजस्थान में वाहिनी इस आंदोलन को तेज करेगी।
जिससे मुख्यमंत्री को बंगला नंबर 13 को खाली करने के लिए बाध्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान कोई भी घटना घटी तो उसकी जिम्मेदारी केवल और केवल मुख्यमंत्री की ही होगी।
आज के इस प्रदर्शन में दीनदयाल वाहिनी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य घनश्याम मंत्री, भंवर सिराधना, रामकिशोर रावत, रामस्वरूप छीपा, अशोक यादव, विष्णु जायसवाल, धारा गौड़, दिलीप सिंह महरौली, संदीप पारीक, आशीष क्रांतिकारी, गिरधारी कुमावत, वाहिनी के विधानसभा अध्यक्ष मनोज गोयल, आनन्द राठौड, राजेश अजमेरा, गजेंद्र सिंह, रामगोपाल शर्मा, जयपुर शहर शक्ति वाहिनी अध्यक्ष वर्तिका सैन, रजनी पांडे, सुमन शर्मा, शशि साबू, राजेंद्र दीक्षित, घनश्याम गहलोत, नंदकिशोर यादव, गिर्राज नाठा, बुद्धिप्रकाश बैरवा, नरेंद्र भोजक, हर्षवीर सिंह भाटी, युवा वाहिनी अशोक सलोदिया, ऋषभ अग्रवाल समेत सैकड़ों कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
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