हिसार। हिसार जिले के बिठमड़ा गांव में करीब 350 साल पहले मुगल बादशाह औरंगजेब के शासनकाल में दबाव के कारण हिंदू से मुस्लिम बने मुस्लिम डूूम जाति के 30 परिवारों ने आज पुन: हिंदू धर्म अपनाकर यज्ञोपवीत संस्कार करवाया गया।
गौरतलब है कि बिठमड़ा गांव में गत शुक्रवार को डूम जाति की महिला फुल्ली देवी का निधन हो गया था। उस समय परिवार वालों के द्वारा मृतक का हिंदू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया था।
आर्य समाज बिठमड़ा ने आज मृतक की तेरहवी पर उक्त सभी परिवारों का यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न कराया। आर्य समाज बिठमड़ा के प्रधान प्राध्यापक पवन शर्मा ने सभी लोगों का हिंदू धर्म अपनाने पर हार्दिक स्वागत किया तथा हर कदम पर साथ देने का आश्वासन दिया।
आर्य समाज बिठमड़ा के प्रवक्ता नरेन्द्र सोनी ने बताया कि गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक स्वामी श्रद्धानंद की प्रेरणा से घर वापसी एवं शुद्धि आंदोलन का कार्यक्रम पिछले एक दशक से चलाया जा रहा है। यज्ञोपवीत संस्कार के बाद सभी को सत्यार्थ प्रकाश, शांतिधर्मी पत्रिका सहित अन्य आर्ष साहित्य की पुस्तकें भेंट दी गईं।