जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी का गढ़ जयपुर लोकसभा क्षेत्र में सादगी और हर समय जनता के साथ खड़ा रहने वाले नेता के रुप में पहचान बनाने वाले भाजपा के नेता रहे गिरधारी लाल भार्गव का दबदबा रहा और अब तक हुए लोकसभा चुनावों में उन्होंने लगातार छह बार रिकॉर्ड जीत दर्ज की।
जयपुर संसदीय क्षेत्र में अब तक हुए सोलह लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सात बार चुनाव जीता हैं, जिनमें भार्गव छह बार तथा गत लोकसभा चुनाव जीतने वाले रामचंद्र बोहरा शामिल हैं। इस दौरान पहली लोकसभा का चुनाव जीतने वाली कांग्रेस केवल तीन बार ही चुनाव जीत सकी।
भार्गव ने वर्ष 1989 में नौवीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ा और अपने पहले ही चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व जयपुर महाराजा ब्रिगेडियर भवानी सिंह को चौरासी हजार से अधिक मतों से हराकर लोकसभा पहुंचे। इसके बाद उन्होंने दसवीं, ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं तथा चौदहवीं लोकसभा तक लगातार छह बार चुनाव जीता। इससे पहले वह वर्ष 1972 में जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधायक बने और पांच बार विधायक रहकर लोगों के ह्रदय में बस गए।
उन्होंने वर्ष 1991 में दसवीं लोकसभा में कांग्रेस प्रत्याशी नवलकिशोर शर्मा को सवा लाख से अधिक मतों से हराया। इसी तरह वर्ष 1996 में दिनेश चंद स्वामी एवं वर्ष 1998 में एम सईद खान को एक लाख से अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1999 में रघु शर्मा को एक लाख चालीस हजार से अधिक तथा वर्ष 2004 में प्रताप सिंह खाचरियावास को एक लाख से अधिक मतों से हराया था। शर्मा वर्तमान में राज्य की कांग्रेस सरकार में चिकित्सा मंत्री एवं खाचरियावास परिवहन मंत्री हैं।
इससे पहले जयपुर संसदीय क्षेत्र में जयपुर की पूर्व राजमाता गायत्री देवी का भी दबदबा रहा और उन्होंने स्वतंत्र पार्टी के प्रत्याशी के रुप में वर्ष 1962 में तीसरी लोकसभा का चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची और इसके बाद अगले वर्ष 1967 एवं वर्ष 1971 के दोनों लोकसभा चुनाव जीते। इस क्षेत्र में वर्ष 1977 में लोकदल एवं वर्ष 1980 में जनता पार्टी उम्मीदवार के रुप में सतीश चंद्र अग्रवाल ने लगातार दो जीत दर्ज की।
इनके अलावा इस दौरान वर्ष 1952 में कांग्रेस के दौलतमल, वर्ष 1984 में नवलकिशोर शर्मा तथा वर्ष 2009 में महेश जोशी ने चुनाव जीता। इस दौरान वर्ष 1957 में हुए दूसरी लोकसभा के चुनाव में हरीश चंद्र शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनाव जीता। इस बार आगामी लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में जहां कांग्रेस के लिए राजनीतिक प्रभुत्व कायम करने की कड़ी चुनौती रहेगी वहीं भाजपा के लिए अपनी प्रतिष्ठा बरकरार रखने की चुनौती होगी।
इस दौरान जयपुर संसदीय क्षेत्र में अन्य पार्टियां बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, जनता दल सहित अन्य कई दलों के प्रत्याशियों ने भी चुनाव लड़ा लेकिन किसी को सफलता हाथ नहीं लगी।
उधर वर्ष 2009 में बनी जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर हुए चौदहवीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार लाल चंद कटारिया ने चुनाव जीता। इसके बाद वर्ष 2014 में हुए पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा सीपी जोशी को हराकर विजयी रहे।
राठौड़ वर्तमान में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री है जबकि डॉ जोशी राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष है। इस बार आगामी लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण से भाजपा प्रत्याशी के रुप में राठौड़ के नाम की चर्चा है और उनके लिए इस बार अपनी चुनाव प्रतिष्ठा बरकरार रखने की चुनौती रहेगी जबकि कांग्रेस के लिए यहां फिर से अपना राजनीतिक प्रभुत्व कायम करने की चुनौती होगी।