जयपुर। बाल अधिकारों के लिए कार्य कर रही और राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने आमजन से आह्वान किया है कि वे वैश्विक महामारी कोरोना के कहर से अनाथ हुए बच्चों को गोद लेकर परवरिश का जिम्मा उठाएं।
चतुर्वेदी ने आज बताया कि कोरोना महामारी के दौरान देशभर में कुछ मामले ऐसे सामने आ रहे है जिनमे माता पिता की मृत्यु के बाद उनके बच्चे लावारिस हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे बच्चों के लिए कार्य करने की दिशा में बाल अधिकारों के लिए कार्यरत प्रबुद्धजन और स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आएं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की स्थिति में सामाजिक संगठनों एवं कार्यकर्तों से अपील है कि वे उन बच्चों को सहारा प्रदान करें।
उन्होंने बताया कि इन दिनों ऐसे बच्चों को बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के गोद लेने के मामले भी सामने आ रहे है ऐसे में उनकी ऐसे लोगों एवं अभिभावकों से अपील है कि वैधानिक प्रक्रिया अपनाते हुए ही गोद ले ना कि अपने स्तर पर कोई काम करें।
चतुर्वेदी ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि जिला स्तर पर बाल कल्याण समिति एवं अनेक संस्थाएं इस क्षेत्र में काम कर रही है, उनसे भी अपील है कि वे ऐसे बच्चों को ट्रेस कर उनको बेहतर संरक्षण प्रदान करें। ऐसे मामलों में बच्चों के परिजन एवं निकटतम परिजनों को भी बच्चों को संरक्षण देने के लिए प्रोत्साहित करें।