नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमती धातुओं पर बने दबाव के साथ ही घरेलू स्तर पर उठाव सुस्त होने से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 200 रुपए टूटकर 31600 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा और चांदी 350 रुपए गिरकर 41 हजार रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों कीमती धातुओं सोना और चांदी गिरावट में गिरावट दर्ज की गई। सोना बीते सप्ताह के 1278.50 डॉलर प्रति औंस की तुलना में 0.6 फीसदी टूटकर बीते शुक्रवार को 1270.70 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
इसी तरह से चांदी भी 16.98 डॉलर प्रति औंस की तुलना में फिसकलर 16.45 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक स्तर अमरीका और चीन के बीच जारी टैरिफ युद्ध में यूरोपीय संघ और भारत के शामिल होने से डॉलर बने दबाव का असर कीमती धातुओं पर भी दिखा गया है।
वैश्विक स्तर पर कीमती धातुओं पर बने दबाव का असर स्थानीय बाजार पर भी दिखा जहां सोना स्टैंडर्ड 200 रुपए टूटकर 31600 रुपए प्रति दस ग्राम पर बोला गया। सोना बिटुर भी इतनी की ही गिरावट लेकर 31450 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा। हालांकि इस गिरावट का गिन्नी पर कोई असर नहीं हुआ और यह 24800 रुपए प्रति आठ ग्राम टिकी रही।
पीली धातु की तरह सफेद धातु में भी गिरावट दर्ज की गई। औद्योगिक मांग नहीं आने से चांदी हाजिर 350 रुपए फिसलकर 41 हजार रुपए प्रति किलोग्राम पर रही। इस दौरान चांदी वायदा 404 रुपए लुढ़ककर 39796 रुपए प्रति किलोग्राम पर रही। चांदी में हुई गिरावट के बावजूद सिक्का लिवाली और बिकवाली पर कोई असर नहीं हुआ और ये पिछले सत्र पर टिके रहे।
सिक्का लिवाली और बिकवाली क्रमश: 76 हजार रुपये और 77 हजार रुपए प्रति सैकड़ा पर टिके रहे। कारोबारियों का कहना है कि वैवाहिक सीजन फिर से शुरू हो गया है तो अब मांग आने की उम्मीद की जा रही है। हालांकि घरेलू कारकों से अधिक बाहरी कारकों से कीमती धातुओं में उतार चढ़ाव हो रहा है।