कोच्चि। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआई) की पांच सदस्यीय टीम स्वर्ण तस्करी की जांच के सिलसिले में संयुक्त अरब अमीरात जाएगी। माना जा रहा है कि इस मामले के तार राजनयिकों से जुड़े हुए हैं।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक पुलिस अधीक्षक और एक अधिकारी की टीम पहले ही नई दिल्ली से संयुक्त अरब अमीरात जा चुकी है।
सूत्रों के अनुसार पहली टीम फैजल फरीद तथा रबिंस के मामले की जांच पड़ताल करेगी, जो इस मामले (स्वर्ण तस्करी) के बड़े स्रोत हैं। वहीं दूसरी टीम इस मामले के आतंकवादयों से जुड़े होने की जांच करेगी।
एनआईए इस मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्य मोहम्मद अली की तलाश कर रही है, जो एक प्रोफेसर के हाथ काटने के मामले में बरी हो गया था। राष्ट्रीय एजेंसी ने इस मामले की जांच के दौरान पाया है कि मोहम्मद अली ने इस मामले के एक आरोपी केटी रमीज से सोना खरीदा है।
एनआईए के अनुसार उसकी टीम इस मामले में सिर्फ आर्थिक पहलुओं की ही जांच नहीं कर रही है, बल्कि अन्य अपराधों की भी जांच कर रही है। जांच एजेंसी ने अपने आरोप पत्र में मोहम्मद अली का नाम प्रोफेसर के हाथ काटने वाले आरोपियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने वाले के तौर पर शामिल किया है।
एनआईए इस बात की जांच कर रही है कि क्या स्वर्ण तस्करी से कमाये गये पैसों का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों में किया गया है। साथ ही जांच एजेंसी इस बात की भी जांच करेगी कि रमीज किस तरह से हैदराबाद लकड़ी की आपूर्ति करता था। इस मामले की दूसरी आरोप स्वपना सुरेश है। उसने इस मामले में रिश्वत लेने की बात कबूल कर ली है और एनआईए ने उसके बैंक लॉकर से राशि भी बरामद कर ली है।