वाशिंगटन। तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कम्पनी गूगल ने कृत्रिम रूप से बुद्धिमान चैटबॉट जनरेटर (एलएमडीए) के संवेदनशील होने की संभावना चेतावनी जारी करने वाले एक इंजीनियर को नौकरी से निकाल दिया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार 41 वर्षीय गूगल इंजीनियर ब्लेक लेमोइन को कंपनी की गोपनीयता नीति का उल्लंघन करने के लिए पिछले महीने प्रशासनिक अवकाश पर रखा गया था। वह इस बात के सबूत जुटा रहा की क्या एलएमडीए (लैंगवेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशन) ने चेतना हासिल कर ली है।
लेमोइन ने शुक्रवार को ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ को बताया कि गूगल ने उसे दिन में ही नौकरी से निकाल दिया था। उन्होंने कहा कि उन्हें शुक्रवार को कंपनी से एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के अनुरोध के साथ नौकरी से निकाले जाने का एक ई-मेल प्राप्त हुआ और साथ ही इस वर्चुअल मीटिंग में किसी तीसरे पक्ष को उपस्थित होने की अनुमति नहीं थी।
गूगल के प्रवक्ता ब्रायन गेब्रियल ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने 11 बार ‘एलएमडीए’ की समीक्षा की और ब्लेक का यह दावा कि एलएमडीए संवेदनशील है पूरी तरह से निराधार पाया गया। कई महीनों तक उसके साथ यह बात स्पष्ट करने के लिए काम किया गया।
गेब्रियल के अनुसार ब्लेक लेमोइन ने गूगल की रोजगार और डाटा सुरक्षा नीतियों का उल्लंघन किया है। लेमोइन की बर्खास्तगी पर टिप्पणी करते हुए, गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि हम भाषा मॉडल के अपने सावधानीपूर्वक विकास को जारी रखेंगे, और हम ब्लेक के अच्छे होने की कामना करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार लेमोइन ने एक वकील को एलएमडीए का प्रतिनिधित्व करने के लिए आमंत्रित किया था और गूगल की अनैतिक गतिविधियों के बारे में हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के एक प्रतिनिधि से बात की थी।