नयी दिल्ली । मशहूर उर्दू लेखिका इस्मत चुगताई के जन्मदिन के मौके पर इंटरनेट सर्चईंजन गूगल ने मंगलवार को डूडल बनाकर सम्मान के बतौर उनका स्मरण किया।
पन्द्रह अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के बदायूं में जन्मी इस्मत ने अपनी लेखनी के जरिये महिलाओं, विशेषकर निम्न मध्यमवर्गीय मुस्लिम समुदाय की युवतियों से जुड़ी समस्याओं और उनकी मनोदशा तथा स्थिति को लेकर अनेक अनसुलझे पहलुओं को बेबाकी से बयां किया। लेखन की अभिव्यक्ति में अपनी साफगोई को लेकर उन्हें बहुत बार विवादों का सामना भी करना पड़ा था। कहानी ‘लिहाफ’ को लेकर लाहौर हाईकोर्ट में उन पर मुक़दमा चला, हालांकि बाद में यह मामला ख़ारिज हो गया।
‘इस्मत आपा’ के नाम लोकप्रिय उर्दू साहित्य की लेखिका ने बहुत सी फिल्मों की पटकथा भी लिखी थी। इस्मत को उनके उपन्यास ‘टेढ़ी लकीर’ के लिए गालिब पुरस्कार मिला था। इसके अलावा उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, इकबाल सम्मान, मखदूम पुरस्कार और नेहरू पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
चौबीस अक्टूबर 1991 को उर्दू साहित्य की महत्वपूर्ण हस्ताक्षर इस्मत चुगताई का निधन हो गया। उनकी वसीयत के अनुसार मुंबई के चन्दनबाड़ी में उनका अंतिम संस्कार किया गया।