मुक्तसर | पंजाब के कृषि अधिकारी गोपाल सिंह ने कहा है कि प्रदेश सरकार की ओर से फसल बदलीकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य किसानों को गेेहूं तथा धान के फसल चक्र से निकालना है।
श्री सिंह ने आज यहां मुक्तसर जिला कृषि उत्पादन कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुये सहायक कमिश्नर जरनल गोपाल सिंह ने कहा कि जिले के किसान मिट्टी तथा पानी की स्थिति को देखते हुये नरमा बोयें। सरकार का उद्देश्य किसानों को दूसरी फसलों की बुवाई के प्रति प्रोत्साहित करना है क्योंकि सेम प्रभावित मालवा क्षेत्र में धान के बजाय नरमा की फसल लगाना बेहतर होगा। किसान 15मई तक नरमेे की बुवाई करें ताकि धान का रकबा घटाया जा सके। सरकार ने नरमे के बीजों का पूरा इंतजाम कर लिया है तथा 22 अप्रैल से नहरों में सिंचाई के लिये पानी छोड़ा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की ओर से व्यापक प्रयास किये गये हैं।अब तक एक जिला स्तर ,ब्लाक स्तर ,तथा 98 ग्राम स्तर पर शिविर लगाकर किसानों को नरमे की खेती के बारे में जानकारी मुहैया करायी जायेगी । उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायतें दी हैं कि किसानों के हितों को तरजीत दी जाये और उनकी समस्याओं को तुरंत हल किया जाये। श्री सिंह ने कहा कि वे विभाग की सलाह के मुताबिक खेती करें तो कम खर्च में आमदन ज्यादा ले सकते हैं ।उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे मंडियों में गेहूं सुखाकर ले जायें और खेताें में आग लगने की घटनाओं से सचेत रहें।जिला कृषि अधिकारी बलजिंदर सिंह ने किसानों से अपील की कि यदि गेहूं की फसल में डीपीए खाद डाली गयी हो तो खरीफ की फसलों में खाद की कोई जरूरत नहीं है।