Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
Gopalan minister take meeting to discuss arbud goshala properly - Sabguru News
होम Sirohi Aburoad गोपालन मंत्री के सामने अर्बुद गोशाला संचालन के लिए रखा ऐसा प्रस्ताव

गोपालन मंत्री के सामने अर्बुद गोशाला संचालन के लिए रखा ऐसा प्रस्ताव

0
गोपालन मंत्री के सामने अर्बुद गोशाला संचालन के लिए रखा ऐसा प्रस्ताव
सिरोही की अर्बुद गोशाला में स्थानीय गोशाला संचालकों की बैठक लेते पशुपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया।
सिरोही की अर्बुद गोशाला में स्थानीय गोशाला संचालकों की बैठक लेते पशुपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया।
सिरोही की अर्बुद गोशाला में स्थानीय गोशाला संचालकों की बैठक लेते पशुपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। राज्य के गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया शुक्रवार को एक निजी कार्यक्रम में सिरोही जिले में आने पर जिला मुख्यालय पर भी पहुंचे। यहां उन्होंने अर्बुदा गोशाला में स्थानीय विधायक संयम लोढ़ा के अनुरोध पर बैठक रखी। इस दौरान कांग्रेस पार्षद अखिलेश मोदी ने गोपालन मंत्री के सामने अर्बुद गोशाला को संभालने के लिए अपने मित्रों और दानदाताओं के सहयोग से सार-संभाल का प्रस्ताव रखा बशर्ते प्रशासन संचालन में हस्तक्षेप न करे।
भाया ने यहां अर्बुद गोशाला समिति एवं जिले भर से गोशालाओं की सार संभाल करने वाले लोगों से कहा कि सिरोही कि गहलोत सरकार ने गायों की सेवा के लिए अभूतपूर्व कार्य करते हुए पहली बार गोशालाओं के लिए एकसाथ छह महीने का अनुदान जारी किया।

उन्होंने बताया कि अब इसे नौ महीने करने पर भी फिजीबिलीटी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की हर ग्राम पंचायत में एक गोशाला के निर्माण के काम पर भी अशोक गहलोत सरकार विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि गोशाला संचालकों ने जो ज्ञापन दिए हैं, उनकी व्यवहारिक समस्याओं को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए कोशिश करेंगे।

उन्होंने कहा कि लोढ़ा ने उनसे नंदी गोशाला को भी अर्बुद गोशाला में मर्ज करके उसके शेड निर्माण का अनुरोध किया। इन सब व्यवहारिकताओं पर काम करके अर्बुद गोशाला को बेहतर बनाने का काम किया जाएगा।

विधायक लोढ़ा ने कहा कि जिले की गोशालाओं का जो एसोसिएशन बना हुआ है उसके माध्यम से जिला कलक्टर को उन गोशालाओं की सूची भिजवा दी जाए जिनके साथ भूमि की समस्या आ रही है। इसके लिए वे और मंत्री जी राजस्व मंत्री से बात करके हल निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि सिरोही जिले की गोशालाओं की इस समस्या को वो व्यक्तिगत फॉलो करेंगे।

उन्होंने कहा कि अर्बुद गोशाला को जो भी संचालन करना चाहता है वह इसके संचालन के लिए रूटमेप बनाकर एडीएम को दे देवें। उन्होंने कहा कि जमीन की ऑनरशिप सरकार के पास रखते हुए सिर्फ संचालन के लिए तो इसे दिया जा सकता है। जिससे इसमें पशुओं के चारे, रख रखाव करने वाले लोगों की तनख्वाह आदि जैसी समस्याएं सामने नहीं आएं। उन्होंने कहा कि इसमें नंदी गोशाला भी खोली जाएगी उसके संबंध में भी अपने प्रस्ताव शामिल कर लेवें।
इससे पहले पावापुरी गोशाला से आए महावीर जैन ने गोशालाओं की जमीन, गायों के लिए समय पर अनुदान, निजी पशुपालकों के पशुओं पर भी टैग लगवाने की बात रखी। वहीं रेवदर के रसिक भाई ने सस्ते में गायों के लिए खाद्य उपलब्ध करवाने के लिए अनुरोध किया। इसी तरह एक अन्य गोशाला संचालक ने अनुदान के लिए पंजीकृत गोशालाओं के लिए दो सौ गायों की बाध्यता को पचास करने, अनुदान के लिए सरस का ही पशु आहार दिए जाने की शर्त हटाने, जमीनों का आवंटन करवाने की मांग रखी।

माउण्ट आबू के खुशी गोशाल संचालक गौरव कौशिक ने वहां के आवारा पशुओं के लिए खुली गोशाला में स्थानाभाव की बात रखी। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हो रहा, लेकिन नगर पालिका से पांच साल से अनुरोध करने पर भी उन्हें जमीन नहीं दी जा रही है। एडीएम रिछपाल बुरडक, एसडीएम हंसमुख कुमार समेत कई लोग मौजूद थे।