अजमेर। राजस्थान में अजमेर से पुष्कर के रास्ते सुरम्य घाटियों के बीच स्थापित श्री नौसर माता मंदिर परिसर में गौरिश्वर देवालय प्रतिष्ठापन महोत्सव का आयोजन होगा जिसमें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अयोध्या एवं संस्थापक महर्षि वेदव्यास प्रतिष्ठान गोविंददेवगिरी महाराज शिरकत करेंगे। प्रतिष्ठा कार्यक्रम चौबीस फरवरी से प्रारंभ होकर एक मार्च तक चलेगा।
गोविंददेवगिरी महाराज ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि श्री नवशक्ति सृजन सेवा प्रन्यास के पीठाधीश्वर मंदिर महंत रामाकृष्णादेव ने पत्रकारों को बताया कि श्री नवदुर्गा नौसर माता मंदिर 1200 वर्ष पुराना मराठाकालीन है जो अजमेर-पुष्कर नाग पहाड़ क्षेत्र में अवस्थित है जिसका पदम पुराण में भी उल्लेख किया गया है। पूर्व में यहां मां ओमा कुमारी और वर्तमान में श्री रामाकृष्णदेव जी महंत सेवा करते आ रहे है। मंदिर में 24 फरवरी को शिव परिवार नूतन प्राण प्रतिष्ठा का शुभारंभ मंगल कलश यात्रा से होगा।
28 फरवरी से एक मार्च तक प्रतिष्ठापन विशेष महोत्सव होगा। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को स्वयं उनके व श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या न्यास कोषाध्यक्ष गोविंददेवगिरी के सान्निध्य में प्रतिष्ठा होगी। शाम को शिवनाद संगीत समारोह का आयोजन होगा जिसमें सितार वादन जयपुर के अंकित भट्ट द्वारा किया जाएगा। ईशान पंरजपे एवं प्रथमेश तरालकर की तबला पर जुगलबंदी होगी।
हारमोनियम पर अभिषेक शिन्हरकर पुणे, गायन हनसिका पारिक करेंगी। इसी दिन गौरीशंकर प्रभु की आरती का संगीतमय आयोजन होगा। एक मार्च को महाशिवरात्रि के दिन विप्र ब्राह्मणों द्वारा सहस्त्रधारा की जाएगी। श्रृंगार के बाद शाम को भजन संध्या व प्रसादी का आयोजन होगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री प्रसादीलाल मीणा, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, मंत्री टीकाराम जूली, स्थानीय विधायकगण, कलेक्टर अंशदीप, पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा को भी आमंत्रित किया गया है।
पत्रकार वार्ता में मंदिर व्यवस्थापक मनोज गुप्ता, पंडित राजेश शास्त्री, लॉयन्स क्लब के पूर्व गवर्नर व मंदिर सदस्य मणिलाल गर्ग, अजमेर नगर सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन, युवा कांग्रेसी शैलेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।