अजमेर। राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने राज्य में कोरोना संक्रमण एवं मृत्यु के आंकड़े छुपाने के सवाल यह कहते हुए सिरे से खारिज कर दिया कि सरकार को आंकड़े छुपाकर किसी से पुरस्कार नहीं लेना है।
ड़ा शर्मा ने आज यहां कहा कि कोरोना महामारी पूरे समाज के लिए एक अतिसंवेदनशील मुद्दा है और इस पर सभी को सकारात्मक सोच के साथ सरकार एवं प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
अजमेर में प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया के साथ समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में ड़ा शर्मा ने कहा कि देश के दस बड़े राज्यों की तुलना में संक्रमित मरीजों की रिकवरी दर तथा मृत्यु का आंकड़ा अपेक्षाकृत काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि अनलॉक के दौरान बड़ी आवाजाही के चलते राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कोरोना आंकड़ों में इजाफा हुआ है।
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि देश आज दूसरे नंबर पर है और जिस तरह संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है कोई आश्चर्य नहीं करना चाहिए कि देश पहले नंबर पर आ जाए। जहां तक राजस्थान का सवाल है। उन्होंने कहा कि आवाजाही और लापरवाही के कारण आज प्रतिदिन दो हजार के आसपास का आंकड़ा छू रहा है जो कि चिंता का विषय है।
शर्मा ने कहा कि सामूहिक प्रयास और सरकारी गाइड़लाइन की पालना करते हुए इससे बचा जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोरोना महामारी के लिए आज न कोई वैक्सीन है और न कोई दवा केवल बचाव ही उपचार है।
यही कारण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बहुत ही गंभीरतापूर्वक विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों से सलाह के बाद ही दो से 31 अक्टूबर तक कोरोना जागरुकता जन आंदोलन चलाया है जिसके तहत सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सैनेटाइज के जरिए संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकता है और ये सब जागरुकता के साथ सामूहिक प्रयास से ही संभव हो सकेगा।