नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद प्रवेश साहिब वर्मा ने शनिवार को कहा कि अगर दिल्ली में भगवा पार्टी सत्ता में आयी तो वह 54 मस्जिदों और मदरसों सहित धार्मिक स्थानों पर अतिक्रमण की गयी सरकारी भूमि को मुक्त करायेगी।
श्री वर्मा ने ट्वीट किया, दिल्ली में भाजपा के सत्ता में आने के बाद जिन सरकारी जमीनों पर धार्मिक स्थलों का निर्माण किया गया है, उन्हें खाली कराया जाएगा। राजधानी में सरकारी जमीन पर 54 से अधिक स्थानों पर मस्जिदों और मदरसों के अतिक्रमण करने की शिकायतें आ रही हैं।
भाजपा सांसद ने कहा पिछले साल लोकसभा में अनधिकृत व्यवसाय संशोधन विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने कहा, ऐसी चीजें हमारे देश में ही हो सकती हैं। उन्होंने कहा सरकार को मस्जिदों, मजार और कब्रिस्तानों के गैरकानूनी ढंग से निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र एवं पश्चिम दिल्ली के सांसद ने लिखा, उपराज्यपाल को ऐसे अतिक्रमण के बारे में सूची दी गयी है।
राजधानी में आठ फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। श्री वर्मा ने कहा कि अगर सरकारी भूमि के अतिक्रमण के बारे में कोई शिकायत मिलती है तो अधिकारियों के पास इस मामले को ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा, न तो कोई मंदिर और न ही कोई गुरुद्वारा किसी सरकारी जमीन पर पाये गये, केवल मस्जिदों के ही सरकारी जमीनों पर बनी होने की शिकायतें हैं।
श्री वर्मा ने 31 जुलाई 2019 को मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में कहा था, सरकारी जमीन पर मस्जिदों, कब्रिस्तानों और मजार बनाने पर उचित कार्रवाई करने के लिए दिल्ली में एक विशेष जांच टीम (SIT) के गठन की मांग की गयी जो बिना किसी आधिकारिक मंजूरी के सरकारी जमीन पर बनी हुई हैं।
विपक्षी सदस्यों के विरोध के बावजूद भाजपा सांसद ने कहा, पश्चिम दिल्ली में मेरे निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम 500 ऐसे स्थान हैं जो दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के आधिपत्य वाले हैं।
श्री वर्मा ने पिछले साल उपराज्यपाल अनिल बैजल से इन पर कार्रवाई करने की मांग की और उन्हें इस तरह के अतिक्रमण की सूची प्रस्तुत की।