नयी दिल्ली । राज्यसभा में देश की बढ़ती जनसंख्या और सीमित संसाधनों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए आज इसे रोकने के लिए सामाजिक वातावरण बनाने की मांग उठी।
भारतीय जनता पार्टी के अशाेक वाजपेयी ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह यह मामला उठाते हुए कहा कि देश में जनसंख्या की वृद्धि की दर ऊंची बनी हुई। कुल आबादी में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके कारण विकास के तमाम उपाय नाकाम हो गये हैं। विकास के लिए सरकारों की तमाम कोशिशें भी बेमानी हो गयी हैं।
उन्होंने आंकड़ों के हवाले से कहा कि विश्व की कुल आबादी का 17.50 प्रतिशत हिस्सा भारत में निवास करता है जबकि भूमि का प्रतिशत मात्र 2.5 प्रतिशत है। भारत के पास कुल जल संसाधन मात्र चार प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि अगर जनसंख्या की वृद्धि की दर यही रही तो वर्ष 2050 तक भारत में एक अरब 60 करोड़ लोग निवास कर रहे होंगे।
उन्होंने कहा कि इस भूमि पर इतने संसाधन नहीं है जो इतनी विशाल जनसंख्या का पालन पोषण कर सके। यह एक बड़ी चुनौती है और इस ओर गंभीरता से सोचा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए सरकार को सामाजिक वातावरण बनाने का प्रयास करना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के विजयपाल सिंह तोमर ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने की जरुरत है। जनसंख्या वृद्धि के कारण तलाशे जाने चाहिए। लोग भगवान और अल्लाह के नाम बच्चे पैदा कर रहे हैं। लोगों काे शिक्षित करने की जरुरत है।