नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को आईपीएल के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजन को भारत सरकार की हरी झंडी मिल गयी है। आईपीएल संचालन परिषद के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने सरकार से हरी झंडी मिलने की पुष्टि कर दी है।
बीसीसीआई को हालांकि सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिली है और उसे लिखित मंजूरी का इंतजार है ताकि वह अमीरात क्रिकेट बोर्ड से अनुबंध को अंतिम रूप दे सके। पटेल ने इसके लिए सही तारीख नहीं बताई लेकिन बताया कि सरकार की मंजूरी सप्ताहांत में आई।
आईपीएल का 13वां संस्करण यूएई में 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक आयोजित होगा और बीसीसीआई के अनुसार इस बार आईपीएल में हर टीम में खिलाड़ियों की संख्या 24 तक होगी। इसके मैच यूएई के तीन शहरों दुबई, अबु धाबी और शारजाह में खेले जाएंगे। टूर्नामेंट का कार्यक्रम अभी निर्धारित नहीं किया है लेकिन सभी आठ टीमों ने यूएई की यात्रा के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बीसीसीआई ने टीमों को मानक संचालन प्रक्रिया के बारे बता दिया है जिसका उन्हें टूर्नामेंट के दौरान पालन करना है। आईपीएल ने खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए सख्त टेस्टिंग प्रक्रिया रखी है जिन्हें यूएई में ट्रेनिंग शुरू करने से पहले कम से कम चार टेस्ट पास करने होंगे और एक सप्ताह क्वारंटीन में रहना होगा।
आईपीएल ने टेस्टिंग प्रक्रिया का विवरण और एसओपी का ड्राफ्ट दस्तावेज फ्रैंचाइज़ी टीमों के साथ साझा किया है। एसओपी में बताया गया है कि 53 दिन के इस टूर्नामेंट के दौरान यात्रा, ठहरने और ट्रेनिंग के के लिए क्या करना होगा और क्या नहीं करना होगा।
टीमों को न्यूनतम दल के साथ यात्रा करने को कहा गया है और वे 20 अगस्त के बाद से ही यात्रा कर सकते हैं। एसओपी में आईपीएल ने टीम के सदस्यों के परिवारों को यूएई की यात्रा करने की अनुमति दे दी है लेकिन उन्हें जैविक सुरक्षा वातावरण में रहना होगा।
हालांकि इस मामले में अंतिम फैसला हर फ्रैंचाइजी का होगा। आईपीएल ने यह अनिवार्य कर दिया है कि हर टीम के साथ एक डॉक्टर होना चाहिए ताकि खतरे को कम रखने में फ्रैंचाइज़ी को मदद मिल सके और वह कोरोना को लेकर टीम को जागरूक रख सके।
एसओपी के अनुसार आईपीएल ने सभी फ्रैंचाइजी को कहा है कि यूएई के लिए रवाना होने से पहले सभी सदस्यों के दो टेस्ट होने चाहिए। ये दोनों टेस्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 24 घंटे के अंतराल में कराने होंगे। ये टेस्ट उस शहर में कराने होंगे जहां खिलाड़ी और स्टाफ यूएई के लिए फ्लाइट पकड़ने से पहले एकत्र होंगे। दूसरे टेस्ट की वैधता कम से कम चार दिन यानी 96 घंटे रहनी चाहिए जिसमें यूएई में पहुंचने की तारीख शामिल है।
दोनों टेस्ट नेगेटिव आने पर ही खिलाड़ी और स्टाफ फ्लाइट पकड़ सकता है। यदि कोई संक्रमित होता है तो उसे भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में रहना होगा। उसके बाद उस व्यक्ति को दो नए टेस्ट से गुजरना होगा और उनका परिणाम नेगेटिव आना चाहिए तभी वह यूएई में अपनी टीम के साथ जुड़ पायेगा।
टीम के यूएई पहुंचने के बाद सभी सदस्यों का हवाई अड्डे पर एक और टेस्ट होगा जिसके बाद ही वे टीम होटल पहुंचेंगे। यहां से आईपीएल का टेस्टिंग प्रोटोकॉल शुरू हो जाएगा। प्रोटोकॉल के अनुसार हर टीम को अपने होटल में सात दिन के अनिवार्य क्वारंटीन से गुजरना होगा।
इस सप्ताह के दौरान हर सदस्य का तीन बार यानी पहले, तीसरे और छठे दिन टेस्ट होगा। इन सभी टेस्ट का परिणाम नेगेटिव आने के बाद टीम अपनी ट्रेनिंग शुरू कर सकती है। इसके बाद सभी टीम सदस्यों का टूर्नामेंट के दौरान हर सप्ताह के पांचवें दिन टेस्ट होगा।
आईपीएल ने खिलाड़ियों के परिवारों को यूएई की यात्रा करने की अनुमति दे दी है लेकिन उन्हें जैविक सुरक्षित वातावरण में रहना होगा, इस मामले में अंतिम फैसला फ्रैंचाइजी टीमों का रहेगा। जहां तक गैर भारतीय खिलाड़ियों और स्टाफ की बात है तो उन्हें यूएई में पहुंचने से पहले पिछले 96 घंटे के कोरोना टेस्ट के नेगेटिव परिणाम को साथ लेकर चलना होगा।