नयी दिल्ली । बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में मचे घमासान के लिये केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि सरकार की द्वेषपूर्ण, जातिवादी और सांप्रदायिकता आधारित नीतियों और कार्यकलापों ने प्रत्येक संवैधानिक एवं स्वायत्त संस्थाओं को संकट और तनाव में डाल दिया दिया है।
सुश्री मायावती ने बुधवार को यहां कहा कि सीबीआई में सरकारी हस्तक्षेप से उठा पटक हो रही है जो प्रत्येक नागरिक के लिये चिंता की बात है। देश की इस उच्च संस्था से लोगों का भरोसा डगमगा रहा है। उन्होेंने कहा कि सीबीआई का मामला उच्चतम न्यायालय के समक्ष चला गया है। इससे उम्मीद है कि सीबीआई की साख को फिर से कायम किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि सीबीअाई के मौजूदा संकट के लिये अधिकारियों से ज्यादा केंद्र सरकार जिम्मेदार है। सरकार ने नीति द्वेषपूर्ण है। ये नीतियां जातिवाद और सांप्रदायिकता पर आधारित हैं। इनसे सीबीआई समेत सभी संवैधानिक एवं स्वायत्त संस्थाओं पर संकट अा गया है।
बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने पिछले साढ़े चार साल के दौरान भाजपा विरोधियों को निशाना बनाने के लिये उच्च संस्थाओं का दरुपयोग किया गया है। इससे लोगों का इन संस्थाओं पर से भरोसा उठ गया है।