नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के चौथे दिन लगातार विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। राफेल के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से उत्साहित सत्तापक्ष ने भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला और उनसे क्षमायाचना करने की मांग की।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन के समवेत होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल आरंभ करने की घोषणा की। लेकिन कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, शिवसेना और तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य अपने अपने मुद्दों को लेकर तख्तियां उठाए सदन के बीचोंबीच आ गए।
कांग्रेस के सदस्य राफेल के मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग, तेदेपा के सदस्य पोलावरम बांध सहित विभिन्न मुद्दाें और अन्नाद्रमुक किसानों के मुद्दे को लेकर नारेबाजी कर रहे थे जबकि शिवसेना के सदस्य अयोध्या में राममंदिर बनाने की मांग कर रहे थे।
अध्यक्ष ने प्रश्न संख्या के साथ उत्तर देने के लिए मंत्री को पुकारा तभी संसदीय कार्य मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने उठकर कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल के मामले में देश को गुमराह किया है। आज उच्चतम न्यायालय का निर्णय आ गया है। कांग्रेस और गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
पर्यावरण मंत्रालय से जुड़े प्रश्न के बाद नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर से जुड़ा सवाल का जवाब देने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली सदन में तैयारी के साथ आए थे। उन्होंने उत्तर की प्रति सदन के पटल पर रख दी। जब अध्यक्ष ने अगले प्रश्न के लिए अजय मिश्रा टेनी का नाम पुकारा तो उन्होंने कांग्रेस एवं गांधी के बारे में राजनीतिक टिप्पणियां कीं।
इस पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसी समय राफेल को लेकर भाजपा के सदस्यों ने भी गांधी के खिलाफ नारे लगाए। शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी प्रश्नकाल नहीं चल सका।