नयी दिल्ली । सरकार ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के संकेत दिये हैं। विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को एक निजी टेलीविजन चैनल से कहा, “आतंकवाद और क्रिकेट साथ-साथ नहीं चल सकता।”
प्रसाद ने कहा, “विचार तो करना पड़ेगा। ये पप्पियां, झप्पियां और क्रिकेट के छक्के के साथ आतंकवाद के शहीदों की लाशें आना कितने दिन चलेगा।” वह पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध की मांग संबंधी एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
कानून मंत्री ने कहा, हालांकि इस बारे में क्रिकेट प्रशासन को अंतिम फैसला लेना है और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया मौजूद है। क्रिकेट के क्षेत्र में भी पाकिस्तान के बहिष्कार की मांग इस मायने में काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की ओर से विश्वकप प्रतियोगिता अगले कुछ महीनों में आयोजित होनी है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दस्ते पर आत्मघाती हमले की घटना के बाद भारत ने गत 15 फरवरी को पाकिस्तान से सर्वाधिक तरजीही देश (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया था, साथ ही, पाकिस्तान से भारत भेजी जाने वाली सामग्रियों पर 200 फीसदी का आयात शुल्क भी लगा दिया था।