
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में जैतसर थाना में एक युवक की हत्या के दर्ज हुए मुकदमे में आरोपी उसकी पत्नी से डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आज एक सरकारी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया।
यह अध्यापक जैतसर थाना के प्रभारी मदनलाल बिश्नोई के रीडर,एएसआई रमेश मीणा से परिवादी वीरपाल कौर से उसके विरुद्ध दर्ज हुए मुकदमे में अंतिम प्रतिवेदन (एफआर) लगवाने की एवज में ले रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एसीबी की हनुमानगढ़ चौकी के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपालसिंह ने दोपहर जैतसर थाना क्षेत्र में चक 14-एसएचपीडी निवासी वीरपालकौर जटसिख (35) से उसके घर में ही रिश्वत के डेढ लाख रुपए लेते हुए भीमसेन ओड (44)निवासी चक 15-जीबी (चक 8-बीजीडी) को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
भीमसेन श्रीविजयनगर तहसील क्षेत्र में चक 1-जेकेएम के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में प्रबोधक (सरकारी अध्यापक) के पद पर नियुक्त है। उसे गिरफ्तार करने के तुरंत बाद ब्यूरो की टीम जैतसर थाना में थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई के रीडर रमेश मीणा को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची लेकिन वह थाने के ही किसी काम से सूरतगढ़ गया हुआ था। सूत्रों के अनुसार भीमसेन के पकड़े जाने की भनक लगने पर रमेश मीणा गायब हो गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपालसिंह ने बताया कि रिश्वत मांगे जाने के मामले में थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई की कोई संदिग्ध भूमिका अभी तक सामने नहीं आई है। वीरपालकौर के विरुद्ध दर्ज हुए हत्या के मुकदमे के जांच अधिकारी खुद थाना प्रभारी ही हैं। इस मुकदमे की पत्रावली को चेक किया गया तो उसमें थानाधिकारी ने लगभग जांच मुकम्मल कर रखी थी।