नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार का उद्देश्य केवल अस्पताल, बीमारी, दवाई और आधुनिक सुविधाओं तक सीमित नहीं है बल्कि कम खर्च पर देश के हर व्यक्ति को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराना तथा लोगों को बीमार बनाने वाले कारणों का पता लगाना है।
मोदी ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुक्रवार को 300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ‘नेशनल सेन्टर फॉर एजिंग’ का शिलान्यास करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पिछले चार साल के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र को प्राथमिकता दी और लोगों को सामान्य स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कई कदम उठाये हैं।
वर्ष 2025 तक देश से टीबी के उन्मूलन के लक्ष्य का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की दुनिया की नजर भारत पर है कि क्या वह ऐसा कर पायेगा। मुझे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र पर भरोसा है कि वह इस चुनौती पर पूरी प्रतिबद्धता से काम करेगा।
मोदी ने कहा कि ‘न्यू इंडिया ‘ के लिए एक ऐसी स्वास्थ्य व्यवस्था का निर्माण किया जा रहा है जहां उत्तम अस्पताल ज्यादा बिस्तर , बेहतर सुविधाएं और उत्कृष्ट डॉक्टर हों।
उन्होंने कहा की हमारी सरकार 58 जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज के तौर पर अपग्रेड कर रही है। इस बजट में 24 नए मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की है। एक तो जो हमारे मौजूदा अस्पताल हैं उनको और अधिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है और दूसरा, देश के दूर-दराज वाले इलाकों में तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाया जा रहा है। हमारी सरकार ने स्वास्थ्य सेवा को स्वास्थ्य मंत्रालय के दायरे से बाहर निकालने का काम किया है।
मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य के विजन के साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय, स्वच्छता और पेयजल मंत्रालय, महिला और बाल विकास मंत्रालय जुड़ा है और आयुष मंत्रालय से भी सहयोग मिल रहा है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार ने सस्ती दवाएं मुहैया कराने के लिए जन औषधि केंद्र भी खोले गये , जिससे लोगों को महंगी दवा खरीदने की वजह से खर्च की जाने वाली मोटी रकम की तुलना में काफी बचत हुई। सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर देश में काफी काम किया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि एम्स में मरीजों की दिनों दिन बढ़ती संख्या और दबाव को देखते हुए दिल्ली में इसके सभी परिसरों की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। एम्स के वरिष्ठ नागरिकों का यह केंद्र 200 बिस्तर वाला होगा। सफदरजंग अस्पताल में भी 1300 करोड़ रुपए खर्च करके अस्पताल को आधुनिक बनाने का काम किया गया है। अस्पताल में एक आपातकालीन ब्लाक और एक सुपर स्पेशिलियटी ब्लाक में सेवाओं को शुरु किया जा चुका है। सरकार ने 13 नये एम्स बनाने की घोषणा की है और इसमें से आठ पर काम शुरु किया जा चुका है। इसके अलावा सरकार तीन लोकसभा सीटों पर एक मेडिकल कालेज हो इस दिशा में भी प्रयास कर रही है।
मोदी ने कहा कि पिछले चार वर्षों से सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर देश को एक नयी दिशा दी गयी है। सरकार के एक के बाद एक नीति बदलाव से हम उस स्थिति की तरफ बढ़ रहे हैं जहां देश के गरीब और मध्यम वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए न इधर.उधर भटकना पड़े और न ही अनावश्यक खर्च करना पड़े।
सरकार इस कोशिश में जुटी है कि बड़े शहरों के आसपास जो स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाएं तैयार की गई हैं. उनको और मजबूत करने के साथ.साथ ऐसी ही सुविधाएं टीयर..2 और टीयर..3 शहरों तक पहुंचाई जायें। इस दिशा में सरकार दो व्यापक स्तर पर काम कर रही है। देश के लगभग हर जिले में डायलिसिस केंद्र बनाये जा रहे हैं । यहांं गरीबों को निशुल्क डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है और अब तक करीब ढाई लाख मरीज इसका लाभ उठा चुके हैं। पहले जहां गरीब को मुफ्त डायलिसिस के लिए 100..200 किलोमीटर तक जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था । अब उसे अपने ही जिले में यह सुविधा मुहैया हो रही है।
उन्होंने कहा कि उनकी एक अपील पर बड़ी संख्या में लोगों ने रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ दी। उन्होंने देश के डाक्टरों से आग्रह किया था कि महीने में एक बार क्या वह गर्भवती महिलओं की मुफ्त जांच कर सकते हैं। इस कार्य के लिए हजारों डाक्टर आगे आये और अब तक एक करोड़ 25 लाख गर्भवती महिलाओं की जांच की जा चुकी है।
उन्होंने कहा की मैं इस अभियान में हर मेडिकल प्रोफेशनल की प्रशंसा करता हूं। स्वस्थ परिवार से ही स्वस्थ समाज और स्वस्थ समाज से ही स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है । देश को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी आप पर है और इसलिए राष्ट्रपति भी डाक्टरों को राष्ट्र निर्माण का एक महत्वपूर्ण प्रहरी कहते हैं।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर मुख्य भवन से ट्रामा सेंटर सुविधा को जोड़ने वाली एक किलोमीटर लंबी टनल का उदघाटन भी किया । इस टनल का उदघाटन होने से मुख्य भवन से ट्रामा सेंटर तक मरीजाें को लाने ले जाने डाक्टरों के आने जाने मरीजों के रिश्तेदारों को भी आवागमन में सुविधा होगी। श्री मोदी ने इसके अलावा एम्स में 300 बिस्तर वाले विश्राम सदन का उदघाटन किया। सफदरजंग में 555 बिस्तर वाले सुपर स्पेशलियटी ब्लाक और 500 बिस्तर वाले आपातकालीन ब्लाक का भी उदघाटन किया।