कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि हंसखाली में एक किशोरी के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या के मामले में आपराधिक जांच गलत तरीके से हुई है और जो लोग प्रशासनिक और संवैधानिक पद पर हैं, उन्हें निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए। धनखड़ इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव से पहले ही रिपोर्ट मांग चुके हैं।
राज्यपाल के इस बयान से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि क्या आप इसे दुष्कर्म या गर्भवती या प्रेम प्रसंग कहेंगी? इस मामले में एक गिरफ्तारी की गई है। मैंने सुना है कि लड़का और लड़की के बीच प्रेम संबंध था। क्या यह वास्तविक बलात्कार था? या वह गर्भवती थी? या कोई अन्य कारण था? यहां तक कि उसके परिवार के सदस्यों को भी पता था कि उसका प्रेम प्रसंग चल रहा है।
धनखड़ ने ट्वीट किया कि हंसखाली मामले में आपराधिक जांच गलत तरीके से हुई है और जो लोग प्रशासनिक और संवैधानिक पद पर हैं, उन्हें निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए। यह कानून के खिलाफ है। पुलिस को इस तरह काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, जिससे निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच में बाधा उत्पन्न होती है।
गौरतलब है कि धनखड़ ने सोमवार को राज्य के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी से नदिया जिले की इस घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी। इस बीच, पुलिस ने कहा कि इस घटना में दूसरे संदिग्ध को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि दूसरा गिरफ्तार संदिग्ध मुख्य संदिग्ध आरोपी का दोस्त है।
पुलिस ने कहा कि पार्टी में शामिल दो अन्य से भी पूछताछ की गई है। पुलिस के अनसुार दो अन्य को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। मुख्य आरोपी के घर पर 4 अप्रेल को जन्मदिन की पार्टी में नाबालिग लड़की (14) से कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया था। पीड़ित के माता-पिता के अनुसार बाद में उसी रात लड़की की मौत हो गई थी। लड़की के माता-पिता ने 9 अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।