अलवर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने नागरिकता संशोधन कानून के बाद देश भर में हो रहे हिंसात्मक गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि इन हिंसात्मक गतिविधियों के पीछे ऐसी ताकतों का हाथ है जो सुनियोजित तरीके से लोगों को हिंसा के लिए उकसा रही हैं।
मिश्र ने आज राजस्थान के अलवर में मत्स्य यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि जब कानून बन गया है तो हिंसा फैलाने से क्या हासिल होगा। विरोध करना हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन हिंसात्मक गतिविधियां खतरनाक हैं और इसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग यह सब कर रहे हैं, केंद्र सरकार को उनकी पहचान करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मिश्र ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी सीधे-सीधे कहा है कि अगर कोई आगजनी करेगा, पुलिस पर हमला करेगा, पुलिस क्यों चुप रहेगी। उन्होंने कहा कि जो ताकतें इस हिंसात्मक कार्य को करा रही हैं, वे देश का बड़ा नुकसान कर रही हैं।
मिश्र ने उनके अत्यधिक सक्रियता होने के सवाल के जवाब में कहा कि मेरी क्या मर्यादा हैं, मुझे कहां बोलना है, क्या बोलना है, कहां जाना है यह मैं अच्छी तरीके से जानता हूं। राज्यपाल का पद प्रमुख संवैधानिक रूप से होता है और इसकी मर्यादा का अतिक्रमण या अवमूल्यन नहीं होना चाहिए। इसका मैं विशेष रूप से ध्यान रखता हूं। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार से तालमेल हैं। और जो भी आवश्यक होता है उस संबंध में बात करते हैं जो भी कल्याणकारी योजनाएं होती हैं सरकार से बात करते हैं।
इससे पहले कलराज मिश्र मत्स्य यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह के आयोजन स्थल प्रताप ऑडिटोरियम पहुंचे। उन्होंने 60 विद्यार्थियों को स्वर्ण और रजत मेडल प्रदान किए। इस अवसर पर उनके साथ उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी साथ थे।