जयपुर। गहलोत सरकार के तीन मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री डा रघु शर्मा एवं राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की पेशकश की है। शुक्रवार रात मंत्रिमंडल के 3 सदस्यों के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार शाम 5 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने शुक्रवार को एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि इन तीनों मंत्रियों ने संगठन में काम करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह 30 जुलाई को जब जयपुर में सभी विधायकों और मंत्रियों के साथ उनके मन की बात जानी थी तो उस वक्त मैंने कहा था कि कुछ मंत्री संगठन में आने को तैयार है आज यह स्पष्ट हो गया है कि तीनों मंत्रियों ने सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे की पेशकश करने के लिए पत्र लिखा है।
प्रदेश में मंत्रिमंडल के फेरबदल को लेकर लंबे समय से हो रहा इंतजार अब समाप्त होगा। ऐसा माना जा रहा है कि 21 या 22 नवंबर को मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राज्यपाल कलराज मिश्र को संदेशा भेजा गया है कि वह जयपुर में कब उपलब्ध रहेंगे।
राज्यपाल मिश्र के जवाब के बाद यह तय हो जाएगा कि मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह कब आयोजित किया जाएगा। राजभवन के सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल कलराज मिश्र 20 नवंबर को जयपुर वापस लौट आएंगे और उसके बाद 21 और 22 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह संभव हो सकता है।
सीएम गहलोत मंत्रिमंडल के फेरबदल में इस बार लगभग 15 नए मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि कुछ और मंत्रियों को संगठन के काम में लगाया जा सकता है। प्रियंका गांधी द्वारा यूपी में 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिए जाने की बात कहने के बाद अब यह माना जा रहा है कि राजस्थान में भी 4 महिलाओं को मंत्री बनाया जा सकता है। अभी वर्तमान में केवल एक महिला बाल विकास राज्यमंत्री के रूप में ममता भूपेश शामिल है। आने वाले समय में तीन और महिला विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।
गुर्जर समाज की ओर से शकुंतला रावत, मुस्लिम समाज की ओर से जाहिदा खान और एससी समाज की ओर से मंजू मेघवाल का नाम सामने आ रहा है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि सचिन पायलट गुट की ओर से पांच मंत्रियों को स्थान दिया जा सकता है इसमें से हेमाराम चौधरी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, रमेश मीणा, मुरारी लाल मीणा और विजेंद्र ओला के नामों की चर्चा है। इसके अलावा पायलट गुट के चार लोग संसदीय सचिव बनाए जा सकते हैं जो कि पहली बार विधायक बने हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गुट की ओर से बीएसपी में से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायकों में से एक राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री बना सकते हैं और शेष पांच को संसदीय सचिव बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री बनाया जाता है तो उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी को हटाया जाना तय है।
निर्दलीय विधायकों में से दो या तीन को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है इसमें महादेव सिंह खंडेला, संयम लोढ़ा और रामकेश मीणा को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। इसके अलावा निर्दलीय विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने की चर्चा ज्यादा है। यह भी कहा जा रहा है कि सीएम गहलोत महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, महेंद्र सिंह चौधरी, गुरमीत सिंह कुन्नर में से भी मंत्री बनाया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की परंपरा के अनुसार पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी मंत्रियों के इस्तीफे ले सकते हैं और उसके बाद जब शपथ ग्रहण का समय निर्धारित होगा जिन मंत्रियों को हटाया जाना है उनके मंत्रियों के इस्तीफे राज्यपाल को स्वीकार के लिए भेज दिए जाएंगे।
प्रभारी अजय माकन जयपुर आ चुके हैं और उनकी मुलाकात एयरपोर्ट पर सीएम गहलोत से हो चुकी है। सीएम गहलोत प्रशासन गांवों और शहरों की ओर निरीक्षण कर बांसवाड़ा से वापस लौटे थे उनके साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास साथ थे। इसी के चलते जब सीएम गहलोत को पता चला कि माकन जयपुर आ रहे हैं तो उन्होंने एयरपोर्ट पर माकन से मुलाकात की।
इसके बाद सीएम गहलोत अपने निवास की और और अजय माकन सिंह डोटासरा के साथ होटल क्लार्क आमेर चले गए। अब शनिवार को राजकोट के बाद सिविल लाइन फाटक पर कांग्रेस द्वारा किसान विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।