नई दिल्ली। सरकार ने एयर कंडिशनर, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन, फुटवेयर, हीरे-जवाहरात तथा सोना-चाँदी एवं इनसे बने आभूषणों सहित कुल 19 वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया है जिससे अब ये वस्तुएं महंगी हो जाएंगी।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि डॉलर की तुलना में रुपए में आई गिरावट के कारण चालू खाता घाटा में संभावित बढोतरी से निपटने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए इन गैर-जरूरी वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया गया है।
जिन उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाया या लगाया गया है उनका वित्त वर्ष 2017-18 में आयात 86 हजार करोड़ रुपए का रहा है। इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है और इसमें वृद्धि बुधवार मध्य रात्रि से प्रभावी हो जाएगी।
इसके तहत एयर कंडिशनर, घरेलू रेफ्रिजरेटर और 10 किलोग्राम क्षमता से कम के वॉशिंग मशीन पर आयात शुल्क को 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी, एयर कंडिशनर और रेफ्रिजरेटरों के कंप्रेशर पर शुल्क को 7.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत, स्पीकर पर 10 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत, फुटवेयर पर 20 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत, रेडियल कार टायर पर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत, कच्चे हीरे को छोड़कर गैर-औद्योगिक हीरे, अर्ध प्रसंस्कृत, आधे कटे या टूट हीरे, कृत्रिम हीरे, कटे और पॉलिस्ड रंगीन रत्न पर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
इसी तरह से आभूषण, सोना तथा अन्य कीमती धातु या कीमती धातु जड़ित किसी अन्य धातु, सोने या चांदी के बर्तन के लिए आयात शुल्क 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया गया है।
प्लास्टिक के उत्पादों जैसे बाथ, शॉवर बाथ, सिंक, वॉश बेसिन, डिब्बे, कंटेनर, बोतल, टेबलवेयर, किचनवेयर और अन्य घरेलू उत्पाद, आॅफिस स्टेशनरी, फर्नीचर के फिटिंग, डेकोरेटिव उत्पाद के साथ ही ट्रंक, सूटकेश, ट्रेवल बैग और अन्य बैग आदि पर इस शुल्क को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत तथा विमान ईंधन पर पांच प्रतिशत आयात शुल्क लगाया गया है। अब तक इन पर कोई शुल्क नहीं लग रहा था।