नई दिल्ली। देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री के लिए चुने गए डेफ ओलंपिक में तीन स्वर्ण और एक कांस्य पदक तथा डेफ विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीतने वाले गूंगा पहलवान का बुधवार को ऐतिहासिक गुरु हनुमान अखाड़े में स्वागत किया गया।
सरकार ने इस वर्ष खेल क्षेत्र में सात लोगों को पद्मश्री देने की घोषणा की है जिसमे हरियाणा के गूंगा पहलवान भी शामिल हैं। गुरु हनुमान अखाड़े के संचालक और द्रोणाचार्य अवार्डी महासिंह राव ने बताया कि सुबह अखाड़े के पहलवानों ने गूंगा पहलवान को बधाई दी और उनका फूलमाला पहना कर स्वागत किया। महासिंह ने बताया कि गूंगा पहलवान 1998 से 2010 तक उनके अखाड़े में रहा और उसके बाद छत्रसाल स्टेडियम चला गया लेकिन 2015 में फिर लौटकर उनके पास आया। उन्होंने बताया कि गूंगा पहलवान गुरु हनुमान को अपना आदर्श मानता है। गुरु हनुमान अखाड़े में गूंगा पहलवान को बधाई देने वाले पहलवानों में ओलम्पियन राजीव तोमर और सुजीत मान के अलावा शीलू पहलवान और प्रवीण दहिया शामिल थे। इसके अलावा डेफ पहलवान अजय, विजय, राकेश, प्रदीप मालिक और वीरेंदर भी मौजूद थे।