नयी दिल्ली । सरकार ने भू-स्थैतिक प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) के चौथे चरण को वर्ष 2024 तक जारी रखने की सोमवार को मंजूरी दे दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की यहाँ हुई बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। यह मंजूरी 2021-2024 की अविधि के लिए दी गयी है। इस दौरान कम से कम पाँच जीएसएलवी फेज-4 मिशन को अंजाम दिया जायेगा। पूरे मिशन की कुल लागत 2,729.13 करोड़ रुपये है। इससे भारत दो टन वजन वाले उपग्रहों का प्रक्षेपण स्वयं कर सकेगा।
मुख्यत: पृथ्वी की नजदीकी तस्वीरें लेने वाले, नेविगेशन, डाटा रिले संचार और अंतरिक्ष विज्ञान में काम आने वाले उपग्रह इस भार वर्ग के होते हैं। उल्लेखनीय है कि देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए डाटा रिले संचार उपग्रह की आवश्यकता होगी।