नयी दिल्ली । वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जनवरी 2019 में बढ़कर 1,02,503 करोड़ रुपये पर पहुँच गया जो पिछले वर्ष इसी महीने में संग्रहित राजस्व 89,825 करोड़ रुपये की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है।
पिछले वर्ष दिसंबर में जीएसटी संग्रह 94,726 करोड़ रुपये, नवंबर 2018 में 97,637 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 1,00,710 करोड़ रुपये रहा था। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को यहाँ जारी बयान के अनुसार, 31 जनवरी तक 73 लाख 30 हजार जीएसटीआर-3बी रिटर्न भरे गये। चालू वित्त वर्ष में तीसरी बार जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुँचा है। अप्रैल 2018 में जीएसटी संग्रह 1.03 लाख करोड़ रुपये रहा था।
जनवरी 2019 में कुल 1,02,503 करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) की राशि 17,763 करोड़ रुपये रही। राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) की राशि 24,826 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) की 51,225 करोड़ रुपये रही। आईजीएसटी में 24,065 कराड़ रुपये आयात पर संग्रहित कर भी शामिल है। उपकर के रूप में 8,690 करोड़ रुपये का राजस्व मिला जिसमें आयात संग्रहित 902 करोड़ रुपये भी शामिल है।
सरकार ने जनवरी में आईजीएसटी से निपटान में 1,83,444 करोड़ रुपये सीजीएसटी के लिए और 14,677 करोड़ रुपये एसजीएसटी की मद में दिये हैं। नियमित निपटान के बाद केंद्र और राज्य सरकारों की कुल राजस्व प्राप्ति जनवरी में सीजीएसटी में 36,107 करोड़ रुपये और सीजीएसटी में 39,503 करोड़ रुपये थी।