अहमदाबाद। गैर गुजरातियों पर हमले को उकसाने के आरोप झेल रहे कांग्रेस विधायक और पार्टी के बिहार मामलों के सह प्रभारी तथा क्षत्रिय ठाकोर सेना के अध्यक्ष अल्पेश ठाकोर ने उनका सिर काट कर लाने वाले को एक करोड़ का ईनाम लाने के उत्तर प्रदेश के एक गुमनाम से संगठन की घोषणा के बाद इस मामले में अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए चुनौती भरे लहजे में कहा है कि वह रात को 12 बजे भी अकेले घूमते हैं और जिसे उन्हें मारना हो वह आ जाएं।
ठाकोर ने बीती रात उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा के माणेकपुर गांव में एक गरबा कार्यक्रम के दौरान अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि वह रात को 12 बजे भी अकेले घूमते हैं और उनको मारने का सपना देखने वाले आ जाएं।
ज्ञातव्य है कि गत 28 सितंबर को उत्तर गुजरात के ढुंढर गांव में 14 माह की एक बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में एक बिहारी मजदूर की गिरफ्तारी के बाद गैर गुजरातियों विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ हमले और धमकाने की घटनाएं हुई थी। इसके बाद बड़ी संख्या में ऐसे लोग यहां से पलायन कर गए थे।
उसी दौरान उत्तर प्रदेश के बहराईच में महारानी पद्मावती यूथ ब्रिगेड नाम के संगठन ने अल्पेश को गरीब परप्रांतीय मजदूरों पर हमलों के दोषी ठहराते हुए उनकी तस्वीर के साथ पोस्टर लगाए थे। इनमें उनका सिर कलम कर लाने वाले को एक करोड़ रूपए का ईनाम देने की घोषणा की गई थी।
इसके अध्यक्ष भवानी ठाकुर ने कहा था कि राक्षसी प्रवृत्ति वाले ठाकोर ने गरीब मजदूरों से मारपीट कर कायरतापूर्ण और देश को तोड़ने वाला काम किया है। उसका सभी को विरोध करना चाहिए। अगर वह गुजरात से बाहर नहीं आते हैं तो लोगाें को गुजरात में जाकर उनका सिर कलम करना चाहिए।
समझा जाता है कि बिहार में विरोध की आशंका के कारण ही कांग्रेस ने राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती के मौके पर 21 अक्टूबर को पटना में आयोजित अपने कार्यक्रम में अल्पेश को कथित तौर पर आमंत्रण नहीं दिया है।