अमरेली। गुजरात में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रमुख नेता तथा विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानाणी के गृह जिले अमरेली में पार्टी को अपनी शासित तीन नगरपालिकाओं में आज अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में बागियों और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के प्रत्याशियों के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा।
ढाई साल पहले हुए चुनाव में कांग्रेस ने अमरेली, सावरकुंडला और बगसरा तीनों नगरपालिकाओं में सत्ता हासिल की थी पर आज तीनों इसके हाथ से निकल गईं। धानाणी और एक अन्य स्थानीय कांग्रेस विधायक प्रदीप दुधात की कथित जी-तोड़ कोशिश के बावजूद कांग्रेस को तीनों ही स्थानों पर असंतुष्टों की बगावत झेलनी पड़ी।
44 सदस्यीय अमरेली नगरपालिका में शुरूआत में कांग्रेस ने 33, भाजपा ने छह और तीन निर्दलीय सदस्यों की जीत हुई थी। आज के चुनाव में कांग्रेस से बगावत करने वाले 15 सदस्यों के खेमे के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार जयंती राणवा और उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार शकील कादरी ने भाजपा और निर्दलियों के समर्थन से जीत हासिल कर ली।
36 सदस्यों वाली सावकुंडला नगरपालिका में कांग्रेस की 20 और भाजपा की केवल 16 सीटें थीं पर इस बार चार बागी कांग्रेस सदस्यों की मदद से भाजपा ने उपाध्यक्ष पद पर अपने प्रत्याशी भावेश हिंगू को विजेता बना लिया। अध्यक्ष पद पर भाजपा की मदद से इन बागियों में से एक विपुल उनावा जीत गए।
28 सदस्यों वाली बगसरा नगरपालिका में 14 सीटें जीतने के बावजूद सत्ता में नहीं आ पाई भाजपा ने इस बार बाजी मार ली। कांग्रेस के 13 में से एक सदस्य के गैर हाजिर रहने के कारण भाजपा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार क्रमश: चंपाबेन बाडिया और नीतिश डोडिया जीत गए।