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गुजरात : कांग्रेस विधायकों को रिसाॅर्ट में रखा, लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज - Sabguru News
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गुजरात : कांग्रेस विधायकों को रिसाॅर्ट में रखा, लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज

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गुजरात : कांग्रेस विधायकों को रिसाॅर्ट में रखा, लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज

राजकोट/गांधीनगर। गुजरात में आगामी 19 जून को चार राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 20 से अधिक विधायकों को अपने यहां रखने वाले राजकोट के एक रिसॉर्ट के मालिक और मैनेजर के खिलाफ पुलिस ने लॉकडाउन संबंधी नियमों का भंग करने का मामला दर्ज कर लिया।

उधर, कथित तौर पर कांग्रेस के ही पूर्व विधायक तथा पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के खिलाफ चुनाव लड़ कर हारने वाले इंद्रनील राज्यगुरू के इस नीलसिटी रिसॉर्ट में कांग्रेस नेताओं ने आज से बिजली बिल, कई कर और स्कूल फीस माफी जैसे मुद्दों को लेकर धरना भी शुरू कर दिया। बताया जाता है कि विधायकों के वहां जुटने का सिलसिला गत शुक्रवार से ही शुरू हो गया था।

पुलिस ने बताया कि रिसॉर्ट के मालिक, मैनेजर के खिलाफ सार्वजनिक आदेश के उल्लंघन के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और कुछ अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत पड़ताल की जा रही है। नियमानुसार रिसॉर्ट कल यानी आठ जून से ही खुल सकते हैं। रिसॉर्ट को सील करने के लिए भी फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। इस मामले में गिरफ्तारी भी नहीं की गई है।

उधर, राज्यगुरू ने जो पहले राजकोट पूर्व के कांग्रेस विधायक थे और पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री के खिलाफ राजकोट पश्चिम विधानसभा सीट पर लड़े और हार गए थे, इस मामले को सरकार की शह पर दर्ज किया गया करार दिया। उन्होंने कहा कि वह तो उम्मीद करते हैं कि सरकार अभी और कई झूठे मामले उन पर दर्ज कर सकती है।

राज्यगुरू ने दावा किया कि जो विधायक वहां आए हैं वह उनके मेहमान है और यह कोई रिसॉर्ट चलाने का मामला नहीं है। खरीद फरोख्त की राजनीति करने वाले दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि राज्य की चार सीटों पर होने वाले चुनाव में जीत के लिए जरूरी संख्याबल नहीं होने के बावजूद भाजपा ने कांग्रेस छोड़ कर पार्टी में आए पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरि अमीन समेत तीन प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस ने दो उम्मीदवार बनाए हैं। अब तक इनमें से तीन पर भाजपा का कब्जा था जबकि एक पर कांग्रेस का।

पिछले चुनाव में विधानसभा के बदले अंकगणित और भाजपा की अपेक्षाकृत कमजोर स्थिति के चलते सत्तारूढ़ दल के केवल दो ही सीटों पर आसानी से जीतने का अनुमान लगाया जा रहा था। यह चुनाव पहले 26 मार्च को होने वाला था पर कोरोना संकट के कारण अंतिम क्षणों में यह टल गया। मार्च भी कांग्रेस ने अपने पांच विधायकों के इस्तीफे के बाद बाकी के 68 विधायकों को राजस्थान के जयपुर के एक रिसॉर्ट में रखा था।

गत मार्च में कांग्रेस के पांच और इस माह यानी जून में तीन विधायकों यानी कुल आठ विधायकों ने त्यागपत्र दिया है। इसके बाद से 182 सदस्यों वाली विधानसभा में सदस्यों की संख्या 172 हो गई है। दो सीटें पहले से खाली हैं। भाजपा के 103, कांग्रेस के 65, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक तथा कांग्रेस समर्थित निर्दलीय एक (जिग्नेश मेवाणी) हैं।

एक उम्मीदवार को जीत के लिए प्रथम वरीयता के 35 वोटों की जरूरत होगी। इस लिहाज से चुनाव का परिदृश्य खासा रोचक हो गया है। समझा जाता है कि कांग्रेस ने और विधायकों के इस्तीफे की आशंका के बीच कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के अपने 22 विधायकों को एकजुट रखने की रणनीति के तहत उक्त रिसॉर्ट में रखा है। कांग्रेस ने पहले भी भाजपा पर इसके विधायकों को प्रलोभन देकर इस्तीफा दिलाने का आरोप लगाया था।

इस बीच कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, पाटीदार आरक्षण आंदोलन से जुड़े रहे हार्दिक पटेल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया आदि ने उक्त रिसॉर्ट में धरना शुरू कर दिया है। वे लॉकडाउन के दौरान बिजली बिल और स्कूल फीस माफी समेत विभिन्न मांगों को लेकर ऐसा कर रहे हैं।

उक्त चार राज्यसभा सीटों में से तीन भाजपा तथा एक कांग्रेस के पास थीं पर पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान सदन के बदले अंकगणित और कांग्रेस की बढ़ी हुई संख्या के चलते शुरूआत में दोनो पार्टियों ने दो दो प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की थी पर भाजपा ने नामांकन के अंतिम दिन यानी 13 मार्च की सुबह तीसरे प्रत्याशी के नाम की भी घोषणा कर चुनाव को बेहद रोचक बना दिया।

भाजपा ने पहले रमिला बारा और अभय भारद्वाज को अपना प्रत्याशी बनाया था पर बाद में राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरि अमीन को अपना तीसरा उम्मीदवार घोषित कर दिया। अमीन पाटीदार समुदाय के हैं और पहले कांग्रेस में थे। कांग्रेस पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी और राज्य के मंत्री तथा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल को उम्मीदवार बनाया है। चुनाव दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा की जंग बन गया है।