गांधीनगर। पिछले वर्ष गुजरात सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य में इस साल नवरात्रि का अवकाश 10 से 17 अक्टूबर तक हाेगा और इसके चलते शैक्षणिक दिवसों में किसी तरह की कमी को रोकने के लिए दीपावली के मौके पर दिए जाने वाले पारंपरिक 21 दिन के अवकाश को इस बार कम कर दिया गया है।
राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र चूडासमा ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए बताया कि अब दिवाली की छुट्टी पांच नवंबर से 25 नवंबर तक के बजाय मात्र 18 नवंबर तक ही होगी।
उन्होंने लगभग दो दशक बाद राज्य में फिर से नवरात्रि के अवकाश की घोषणा का विभिन्न स्कूल संचालकों, अभिभावकों और अन्य संगठनों की ओर से परीक्षा के ठीक पहले पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला कदम बताते हुए विरोध किए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अधिकतर लोग इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं।
इस फैसले से एक भी शैक्षणिक दिवस की कटौती नहीं हुई है। इससे माध्यमिक कक्षाओं की परीक्षा के कार्यक्रम भी असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नवरात्रि पर अवकाश का फैसला हड़बड़ी में नहीं लिया गया है।
ज्ञातव्य है कि पिछले सप्ताह राज्य की प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विभावरी बेन दवे ने नवरात्रि के मौके पर अवकाश की पहली बार घोषणा की थी। उन्होंने नवरात्रि को राज्य की सांस्कृतिक पहचान बताते हुए कहा था कि इस दौरान रातों को होने वाले गरबा उत्सवों में भाग लेने में लोगों और छात्रों को सहूलियत देने के लिए अवकाश जरूरी है।
इससे पहले वर्ष 1995 में तत्कालीन केशुभाई पटेल सरकार के शिक्षा मंत्री नलिन भट्ट ने भी नवरात्रि पर अवकाश की घोषणा की थी पर बाद में अभिभावकों के विरोध के चलते इसे वापस ले लिया गया था।