गांधीनगर । गुजरात की 14 वीं विधानसभा का संक्षिप्त दो दिवसीय मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है और विपक्षी कांग्रेस के आक्रामक रूख को देखते हुए इसके हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है।
कांग्रेस ने राज्य की विजय रूपाणी सरकार के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव लाने के लिए एक नोटिस भी दे रखा है। आज पहले दिन किसानों की कर्जमाफी और ऐसे अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस किसान आक्रोश रैली का आयोजन यहां सत्याग्रह छावनी मैदान में कर रही है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव सातव और प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा इसमें भाग लेने के लिए बैलगाड़ी में सवार होकर पहुंचे।
श्री सातव ने इससे पहले पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार किसानों की कर्जमाफी, उन्हें फसल का उचित मूल्य दिलाने समेत विभिन्न मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है। रैली के बाद विधानसभा का घेराव करने की भी पार्टी ने घोषणा कर रखी है जिसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं। इसके गेट संख्या एक को छोड़ अन्य सभी से प्रवेश को आज बंद रखा गया है।
विधानसभा सचिव डी एम पटेल ने यूनीवार्ता को बताया कि पहले दिन दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के लिए एक विशेष शोक प्रस्ताव को पेश किया जायेगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जायेगी। दूसरे और अंतिम दिन यानी 19 सितंबर को सदन की दो बैठकें होंगी जिनमें से पहली में जीएसटी, मकान के स्वामित्व, स्थानिय निकाय तथा महिलाओं के गले से चैन आदि छीनने वाले झपटमारों के लिए सात वर्ष से अधिक की कड़ी सजा का प्रावधान करने वाले संशोधन विधेयक समेत कुछ चार विधेयक और दूसरे में बायोटेक विश्वविद्यालय की स्थापना और माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा कानून में संशोधन संबंधी कुल दो विधेयक यानी कुल मिला कर छह विधेयक सदन के पटल पर रखे जायेंगे।
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव संबंधी नोटिस के बारे में पूछे जाने पर श्री पटेल ने बताया कि यह विधानसभा अध्यक्ष के विचाराधीन है। यह भी सदन में दूसरे ही दिन लाया जा सकता है। ज्ञातव्य है कि पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव के बाद गठित गुजरात की 14 वीं विधानसभा का यह कुल मिला कर दूसरा सत्र होगा।