सूरत। गुजरात के सूरत शहर में पुलिस ने हाल में कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक महिला कांस्टेबल के साथ कथित तौर पर खराब व्यवहार करने के चर्चित मामले में निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और अन्य आरोपों के तहत राज्य के स्वास्थ्य राज्यमंत्री किशोर कुमार कानाणी के पुत्र प्रकाश कानाणी और उसके दो पुत्रों को आज गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में महिला कांस्टेबल सुनीता यादव के व्यवहार को लेकर भी विभागीय जांच की जा रही है।
पूरे प्रकरण की जांच के लिए पुलिस आयुक्त आरबी ब्रह्मभट्ट की ओर से नियुक्त किए गए सहायक पुलिस आयुक्त सीके पटेल ने आज बताया कि इस संबंध में शहर के वराछा थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (सरकारी आदेश का उल्लंघन), 269 और 270 (संक्रामक रोग के फैलाव पर रोक संबंधी आज्ञा का उल्लंघन) और 114 (किसी आपराधिक कृत्य को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है और प्रकाश कानाणी तथा उनके दो दाेस्तों काे आज विधिवत इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
पटेल ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यादव ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इस मामले में उनकी विभागीय जांच की जा रही है। ज्ञातव्य है कि यादव ने हाल में देर रात के दौरान कथित तौर पर एक कार में बिना मास्क के निकले प्रकाश के दोस्तों को रोका था और बाद में उनमें से एक के बुलाने पर प्रकाश भी वहां पहुंचे थे। इस पूरी घटना के वीडियो और आडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गए थे।
महिला पुलिसकर्मी ने उनकी गाड़ी पर लिखा विधायक का बोर्ड भी हटवा दिया था। अब उसके समर्थन में सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे अभियान में कई लोग महिला पुलिसकर्मी का समर्थन कर रहे हैं। इस कड़ी में चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा का नाम भी जुड़ गया है।
इस बीच, प्रकाश ने कहा कि उन्होंने महिला पुलिसकर्मी से कोई खराब बर्ताव नहीं किया। वह अपने दोस्तों की मदद करने गए थे और महिला पुलिसकर्मी से आदरपूर्वक बात कर रहे थे। उनके पिता और मंत्री कानाणी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में वह अधिक कुछ नहीं कहना चाहते पर उन्होंने वीडियो में देखा था कि महिला पुलिसकर्मी बदसलूकी कर रही थी।