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गुजरात : नवरात्र के पहले दिन कोरोना के कारण मंदिर भक्तों के लिए रहे बंद - Sabguru News
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गुजरात : नवरात्र के पहले दिन कोरोना के कारण मंदिर भक्तों के लिए रहे बंद

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गुजरात : नवरात्र के पहले दिन कोरोना के कारण मंदिर भक्तों के लिए रहे बंद

अहमदाबाद। कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंगलवार रात 21 दिन के लिए देश भर में लॉकडाउन की घोषणा किए जाने के कारण उनके गृह राज्य गुजरात में मां अंबे के मंदिर सहित सभी मंदिर बुधवार को चैत्र मास के नवरात्र के पहले दिन पहली बार भक्तों के लिए बंद रहे और ये 14 अप्रेल तक बंद रहेंगे।

राज्यभर में लोगों ने घरों में ही आज मां की पूजा-अर्चना की और व्रत भी रखा। नवरात्र के पहले दिन जहां शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है और मंदिर परिसर मां के जयकारों से गुंजायमान रहते थे, वे मंदिर भक्तों के लिए बंद हैं। कोरोना वायरस से बचने किए गए लॉकडाउन के कारण राज्य के देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ आज देखने को नहीं मिली।

राज्य के पंचमहाल में पावागढ़ शक्तिपीठ, वडोदरा, कच्छ में आशापुरा माता का मंदिर, सौराष्ट्र के कागवड में खोडलधाम मंदिर, चोटिला में चामुंडा माता का मंदिर, महेसाणा में बहुचर माता का मंदिर, ऊंझा के उमिया माता मंदिर, अहमदाबाद में भद्रकाली मंदिर और सूरत सहित सभी शहरों में माताजी के मंदिरों में आज पुजारियों ने विशेष पूजा-अर्चना और आराधना कर नवरात्र की शुरुआत की लेकिन मंदिर भक्तों की भीड़ बिना सूने रहे।

राज्य में स्थित अंबाजी मंदिर में मां अंबे के दर्शन के लिए नवरात्र के पहले दिन सुबह से ही भक्तों की कतार देखने को मिलती है। बोल माडी अंबे जय-जय अंबे के जयकारे लगाते हुए राज्य भर से श्रद्धालु आते हैं। अंबाजी से महेन्द्र अग्रवाल और तन्मयभाई ठाकर ने बताया कि घटस्थापन में सात प्रकार के अनाज से आज जवेरा विधी मंदिर के मुख्य पुजारी भट्टजी महाराज ने की।

अष्टमी तक माताजी के इन जवेरा की पूजा की जाएगी। अष्ठमी को हवन, पूजा और आरती के बाद जवेरा का विसर्जन कर दिया जाएगा। नवरात्र के दौरान आरती का समय सुबह और शाम सात से साढ़े सात बजे तक रहेगा जबकि अष्टमी के दिन सुबह छह बजे आरती होगी। भक्तों के लिए आरती दर्शनों की व्यवस्था 14 अप्रेल तक ऑन लाइन यू-ट्यूब और फेसबुक पर की गई है।

महेसाणा से सैकड़ों श्रद्धालु नवरात्र के दौरान जय-जय अंबे, बोल माडी अंबे, जय-जय अंबे, मारे तू एक छे तारे अनेक छे (मेरे लिए तो तू एक है और तेरे अनेक भक्त हैं, की अखंड धुन करताल और ढोल-नगाडों की ताल पर भजन करते हुए नवरात्र के दौरान अंबाजी मंदिर दर्शनों के लिए आते हैं लेकिन इस नवरात्र पर नौ दिन लॉकडाउन के कारण भीड़ देखने को नहीं मिलेगी।