जयपुर । राज्यसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस महासचिव गुलाब नबी आजाद ने केन्द्र की मोदी एवं राजस्थान में वसुंधरा सरकार पर भ्रष्टाचार, जनता से वादा खिलाफी एवं धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि दोनों सरकार पूरी तरह असफल रही हैं।
आजाद ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्ष में चुनाव के समय एवं उसके बाद जनता के साथ किये गये वादों काे पूरा नहीं किया और विश्व में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार भाजपा की सरकारों के इन साढ़े चार साल में हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संसद एवं उसके बाहर कई माध्यमों से लड़ाकू विमान राफेल सौदा मामला, कालाधन, भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों को उठाया गया लेकिन मोदी सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राफेल मामले में जांच की मांग की गई लेकिन श्री मोदी ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि सदन में प्रधानमंत्री पर आरोप लगे लेकिन उन्होंने यह भी नहीं कहा कि यह गलत हैं, न जांच की मांग मानी और नहीं कोई जवाब दिया। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) निदेशक ने अपने स्तर पर जांच शुरु कर दी तो उन्हें रात में ही हटा दिया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत केन्द्र सरकार के समय सीबीआई अपने हिसाब से काम करती थी लेकिन अब तो कानून बनाये जा रहे हैं जो उनको फिट हो रहे हो। उन्होंने कहा कि यह सरकार संसद और उच्चतम न्यायालय को राफेल की कीमत नहीं बतायेगी तो किसे बतायेगी। वह न्यायालय को झूठ बता सकती है इससे बड़ा झूठ क्या हाे सकता हैं। उन्होंने कहा कि देश में ठीक नहीं चल रहा हैं।
आजाद ने कहा कि श्री मोदी पिछले सत्तर साल में सबसे ज्यादा गत साढ़े चार वर्ष में विश्व में घूमने वाले प्रधानमंत्री हैं, अच्छी बात हैं और उसका लाभ देश को मिलना चाहिए लेकिन देश के हजारों करोड़ रुपए लेकर विदेश भाग गये और कालाधन वापस लाने की बात करने वाले एक भी व्यक्ति को विदेश से वापस नहीं लाया जा सका, विदेश घूमने का क्या फायदा। उन्होंने कहा कि मेहुल चौकसी, माल्या एवं नीरव मोदी किसान, मजदूर सहित सभी का पैसा लेकर चले गये लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कालाधन तो वापस आया नहीं बल्कि व्हाइट मनी लेकर और चले गये।
उन्होंने कहा कि मोदी ने दस करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन गत साढ़े चार साल में केवल बीस लाख लोगों को रोजगार दिया जबकि अब तक नौ करोड़ लोगों को तो रोजगार दिया जाना चाहिए था। इसी तरह राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पन्द्रह लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया जबकि दिसम्बर 2017 तक बेरोजगारों की संख्या बीस लाख हैं, इससे यह साबित होता है कि राज्य में किसी को भी नाैकरी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि रोजगार देने से तो बेरोजगारों की संख्या घटनी चाहिए लेकिन इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र हो या राज्य सरकार दोनों के वादे एक ही तरह के हैं और दोनों ने ही जनता के साथ धोखा किया और वादे पूरे नहीं किये।
आजाद ने कहा कि पिछले साढे चार साल में देश में बैंकों, खदानों सहित कई घोटाले हुए। इनमें तीन बड़े मुद्दे उठाये गये जो छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान भाजपा सरकार के हैं। छत्तीसगढ़ में 32 से 35 हजार करोड़ का खाद्य सुरक्षा घोटाला सामने आया जिसमें 20-22 लाख नकली राशन कार्ड बनाकर घोटाला किया गया और इसमें मुख्यमंत्री का नाम भी हैं। इसी तरह मध्यप्रदेश में व्यापम घोटाला का मुद्दा उठाया गया और राजस्थान में खदानों का मुद्दा जिसमें 653 खदाने बिना निविदा के ही आंवटित कर दी गई। इसमें करीब 45 हजार करोड़ रुपए का सरकार को नुकसान हुआ। एक ही दिन में 120 खदानों का आवंटन कर दिया गया। इस तरह राजस्थान की जनता की संपत्ति को इस तरह बांटकर जनता के साथ धोखा किया हैं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह किसान, देश की बहू बेटियों को असुरक्षित कर, नौजवानों को रोजगार न देकर तथा मजदूरों के साथ धोखा किया गया हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पांच साल होते हैं जबकि जनता का एक दिन होता हैं और अब उसका फैसला सुनाने का समय आ गया हैं और उसे अपना फैसला करना चाहिए।