अजमेर। राजस्थान में गुर्जर समाज को पांच फीसदी आरक्षण देने की मांग को लेकर आज अजमेर जिले के बिजयनगर समीपवर्ती साईमाला देवनारायण मंदिर पर आयोजित महापंचायत में कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका।
सूत्रों के अनुसार अपने निर्धारित समय ग्यारह बजे से करीब तीन घंटे विलंब से साईमाला पहुंचे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने पंचपटेलों के साथ विचार विमर्श किया और आंदोलन की अगली रणनीति पर विचार भी किया। सभी एकमत रहे कि गुर्जर समुदाय को आरक्षण का लाभ मिलना ही चाहिए।
गुर्जर चौदह वर्षों से इस संघर्ष की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन भाजपा और कांग्रेस शासनों ने गुर्जरों को भटकाने का कार्य किया है। कर्नल बैंसला ने समाज के लोगों के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि गुर्जर समुदाय को हर हाल में आरक्षण मिलना चाहिए और हम इसे लेकर रहेंगे।
साईमाला में आयोजित आज की महापंचायत में समाज के कम लोगों का जुटना बैंसला के लिए चिंता का कारण जरुर रहा, लेकिन उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आठ फरवरी को सवाईमाधोपुर में होने वाली महापंचायत में आंदोलन की रूपरेखा और अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को निर्णय लेने की जो समय सीमा दी गई वह भी अब समाप्त हो गई है और अब आरपार की लड़ाई के साथ गुर्जर पांच फीसदी आरक्षण लेकर रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए, बैंसला ने आह्वान किया कि उन्हें समाज के साथ खड़े होकर आंदोलन में शामिल होना चाहिए ताकि समाज के युवाओं को न्याय मिल सके और न्याय का एक ही रास्ता सामने दिखाई देता है कि गुर्जर समाज को आरक्षण दिया जाए।
गौरतलब है कि आज की महापंचायत में संघर्ष समिति के सदस्य सूरजकरण गुर्जर, कर्नल बैंसला के पुत्र विजय बैंसला, मसूदा क्षेत्र के बच्चू सिंह बैंसला सहित अनेक जातिबंधू उपस्थित रहे।
आज की महापंचायत के लिए गुर्जर, रेवारी, बंजारा व गाड़िया लुहार जाति के लोगों को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन महापंचायत जैसे बड़े आयोजन को देखते हुए भीड़ का आंकड़ा कम ही नजर आया। महापंचायत को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त कर रखे थे।