संयुक्त राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस और बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना तथा कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन समेत विश्व के विभिन्न नेताओं ने और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस सहित कई विश्व नेताओं ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया।
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत की मेजबानी में ‘समकालीन विश्व में महात्मा गांधी की प्रासंगिकता’ विषय पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में गुटेरस ने अपने संबोधन में गांधी को ’20 वीं सदी के दिग्गजों में से एक’ के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा, “ मैं संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में इस बैठक के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय मिशन का धन्यवाद करता हूं।” उन्होंने कहा कि गांधीजी का दृष्टिकोण और दर्शन ‘राजनीति से परे’ था और यही संयुक्त राष्ट्र के प्रेरणास्त्रोत हैं।”
हसीना ने कहा कि महात्मा गांधी को ‘निराशा में तारणहार’ और ‘अंधकार में प्रकाश’ की तरह निरुपित किया और कहा कि उनके शानदार तथा मंत्रमुग्ध करने वाले नेतृत्व ने दुनिया को दिखाया कि किस तरह अहिंसक तरीके से समाज और राजनीति में परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “ गांधीजी का आम लोगों के प्रति प्रेम और अहिंसा की भावना से शांतिप्रिय बंगालियों पर तत्कालीन पाकिस्तानी शासकों द्वारा किये गये अत्याचार के खिलाफ बंगबंधु शेख मुजीब के संघर्ष तथा शांतिपूर्ण आंदोलन के दृष्टिकोण को बल मिला। विडंबना है कि गांधीजी और शेख मुजीब दोनों की हत्या कर दी गयी। ”
जे-इन ने कहा, “ गांधीजी के जीवन के प्रमुख उपदेशों में से एक यह था कि ‘शांति के लिए कोई रास्ता नहीं है और शांति अपने आप में एक राह है। ”