सुपर थर्टी के आनंद कुमार को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के द्वारा फटकार लगाई गई है। इससे पहले आनंद कुमार को न्यायालय में तय समय पर उपस्थित ना होने के कारण भी ₹50000 का जुर्माना भुगतना पड़ा था। गुवाहाटी उच्च न्यायालय में कोर्ट की फटकार के बाद आनंद कुमार जब पेशी पर पहुंचे तो कोर्ट के द्वारा किए गए सवाल का आनंद कुमार के पास कोई भी जवाब नहीं था।
दरअसल सुपर थर्टी कोचिंग से फ्रॉड के मामले में गुवाहाटी उच्च न्यायालय में जो पीआईएल दाखिल हुई थी उसी पर सुनवाई करते हुए आज कोर्ट ने कई बातों पर अपना फैसला सुनाया है और कोर्ट ने यह पाया है कि आनंद कुमार ना ही कोई गणितज्ञ है और ना ही उनकी जिंदगी के ऊपर बनी फिल्म की उनके जीवन की असलियत से कोई वास्ता है। जी हां कोर्ट नहीं आ पाया है कि आनंद कुमार की बायोपिक एक काल्पनिक फिल्म के रूप में ही देखी जानी चाहिए जबकि कोर्ट ने यह भी पाया कि आनंद कुमार के पास कई सारी संपत्ति हैं।
वैसे तो आनंद कुमार का कहना है कि वह अपने कोचिंग में आने वाले छात्रों से एक भी पैसा नहीं लेते लेकिन अगर ऐसा है तो उनके पास जो कई सारी संपत्ति है वह कहां से आईं? हालांकि कोर्ट ने इस मामले में सारी खामियों को जांच कर और पड़ताल कर आज अपनी ओर से यह सुनवाई पूरी कर दी लेकिन आनंद कुमार इस बात का दावा कर रहे हैं कि उन्हें इस मामले में राहत मिल गई है।
लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे कि यह राहत केवल क्षणभर की है क्योंकि कोर्ट ने कई मुद्दों पर यह पाया है कि आनंद कुमार की असलियत क्या है। अगर छात्रों को लगता है कि वह आगे भी आनंद कुमार के सारे झूठ और सच का पर्दाफाश करना चाहते हैं तो वह बिहार हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल करके इस मामले की फिर से सुनवाई की मांग उठा सकते हैं और उसके बाद इस मामले में नया रोमांचक मोड़ भी सामने देखने को मिल सकता है।