लंदन । मध्यम क्रम के बल्लेबाज़ हनुमा विहारी को शुक्रवार इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेले जा रहे पांचवें और आखिरी टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने कैप सौंपकर भारतीय टीम में शामिल किया जिसके साथ ही वह टेस्ट टीम में शामिल होने वाले 292वें खिलाड़ी बन गये।
24 साल के हनुमा को पांचवें मैच के लिये अॉलराउंडर हार्दिक पांड्या की जगह अंतिम एकादश में शामिल किया गया है। विहारी लगभग 18 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले आंध्र के पहले क्रिकेटर भी बन गये हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) की चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद वर्ष 2000 में टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले आंध्र के आखिरी खिलाड़ी थे। मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में विहारी का औसत बेहतरीन है और प्रथम श्रेणी में उनका औसत करीब 59.45 का रहा है।
हनुमा भारत की 2012 की अंडर-19 विश्वकप विजेता टीम में शामिल थे। उन्मुक्त चंद की कप्तानी वाली टीम में हनुमा को मनन वोहरा की जगह शामिल किया गया था जो अंगूठे में चोट के कारण आस्ट्रेलिया रवाना होने से पहलेे ही टीम से बाहर हो गये थे। हालांकि वह छह पारियों में तब केवल 11.73 के औसत से 71 रन ही बना पाये थे।
युवा बल्लेबाज़ ने वर्ष 2010 में 17 साल की उम्र में हैदराबाद की टीम से रणजी पदार्पण किया था लेकिन वर्ष 2016-17 के सत्र में वह आंध्र की रणजी टीम में शामिल हो गये। इसका उनके करियर पर सकारात्मक असर पड़ा और उन्होंने पहले सत्र में 15 पारियों में 57.33 के औसत से 688 रन बनाये। उन्होंने 2017-18 के रणजी सत्र में कमाल की बल्लेबाजी की और और छह मैचों में 94 के औसत से 752 रन बना डाले।