अजमेर। राजस्थान में अजमेर में बुधवार को पवनपुत्र श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव बहुत ही श्रद्धा, उल्लास और उमंग के साथ मनाया गया।
शहर के कई मंदिरों में पुजारी एवं घरों पर श्रद्धालुओं ने ‘संकट कटे मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बल बीरा’ की चौपाई के साथ लॉकडाउन के बीच संक्रमण मुक्ति की प्रार्थना की। जन्मोत्सव के मौके पर लॉकडाउन के बीच एकांत में घरों पर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, भजन कीर्तन का आयोजन चलता रहा।
राजेन्द्रपुरा में तो लोगों ने अपनी अपनी छतों पर आकर सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए सामूहिक रामायण पाठ किया। अजमेर के आगरा गेट स्थित मराठाकालीन श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, पहाड़ पर अवस्थित बजरंगगढ़ मंदिर, ऋषि घाटी स्थित बालाजी मंदिर, कोटड़ा स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, रामगंज स्थित बिखरे बालाजी मंदिर पर जन्म आरती एवं भोग का आयोजन किया गया।
पुजारियों ने हनुमानजी की आराधना के साथ नया चोला एवं श्रृंगार करके रोठ, चूरमे, फलों, चना, गुड़ एवं मिठाइयों का भोग लगाया तथा संकट मोचन के दरबार में कोरोना से मुक्ति की कामना की।
पुष्कर में लॉकडाउन के चलते कई मंदिरों के कपाट बंद रहे। लोगों अपने घर पर ही बालाजी के भजन गाए। हनुमान जयंती पर बाजार में कोई चहल-पहल नहीं दिखी। हनुमान जयंती पर घर में परिजनों के साथ सुंदरकांड, बजरंग बाण, हनुमान चालीसा का पाठ किया।
आईडीएसएमटी कालोनी स्थित जोगणियाधाम पुष्कर में हनुमानजी के चोला चढाकर ज्योतिषाचार्य भंवरलाल ने विशेष पूजा अर्चना के बाद हलवा पूडी का भोग लगाया। इसके बाद जोगणियाधाम प्रभातीदेवी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से कोरोना महामारी के संकट के समय झुग्गी झोपडी, असहाय व जरूरतमंदों को डीसीसी अजमेर शहर के सचिव राजनारायण आसोपा, पूर्व पार्षद संजय जोशी, प्रशांत वर्मा ने 250 फूड पैकेट का वितरण किया।
हनुमान जयंती के मौके पर हर साल भक्तों से ठसाठस भर जाने वाले सेठी कॉलोनी, आदर्श नगर और घाटी वाले बालाजी मंदिर में पुराजी के अलावा इक्का दुक्का सेवक नजर आए। लॉक डाउन के चलते कहीं भी मंदिरों में हनुमान जयंती का आयोजन नहीं हो पाया।