भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाडा जिले के मांडल थाना क्षेत्र में घोड़ास गांव में डांग के हनुमान मंदिर के महंत सरजूदास महाराज को पुलिस ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में आज गिरफ्तार कर लिया।
आश्रम से ले जाने के बाद महाराज ने कोई संदिग्ध बीज का सेवन कर लिया। इस पर पुलिस ने उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल केआईसीयू वार्ड में ऐहतियात के तौर पर भर्ती कराया है। अस्पताल में कड़ी सुरक्षा की गई और महाराज से किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस के आला अधिकारी भी अस्पताल परिसर में डेरा डाले हुए है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने बताया कि महंत सरजूदास को पोक्सो एक्ट के तहत हनुमान वाटिका से गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार महाराज को गिरफ्तार करने से पहले वाटिका के पास तीन अलग-अलग गाडिय़ां खड़ी हुई थी।
इनमें से एक गाड़ी में सरजूदास महाराज को बिठाकर पुलिस अपने साथ ले गई। वही मांडल थाने पर एहतियात के तौर पर विभिन्न थानों के जाप्ते के साथ ही रिजर्व पुलिस बल तैनात किया गया है, हनुमान वाटिका घोड़ास के बाहर भी पुलिस बल तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि महंत सरजूदास पर एक नाबालिग बालिका के साथ यौन शौषण का मामला दर्ज करवाया गया था जिसके चलते पुलिस ने महंत को गिरफ्तार किया है। वही किसी प्रकार के विरोध की संभावना के चलते एहतियात के लिए आसींद, करेड़ा, बनेड़ा, रायला, बागोर, पुर थाने के जाप्ते के साथ ही रिजर्व पुलिस बल अलसुबह से ही थाने पर तैनात किया गया है।
चंचल मिश्रा ने बताया कि सरजूदास महाराज ने कोई संदिग्ध बीज का सेवन कर लिया। इसके बाद पुलिस उन्हें ऐहतियात के तौर पर अस्पताल लाई है और भर्ती कराया है। लेकिन अभी यह साफ नहीं हो पाया कि उन्होंने कौनसे बीज का सेवन किया। क्या वह जहरीला है? डॉक्टर दौलत मीणा एवं अन्य महाराज की स्थिति पर निगाह रखे हुए है। वहीं अस्पताल के बाहर और आईसीयू वार्ड के प्रवेश द्वार पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
डांग के हनुमान मंदिर के महाराज सरजूदास पर एक महिला ने पिछले दिनों एसिड फैंककर जलाने का भी आरोप लगाया है। महिला को जली हुई हालत में पिछले दिनों उपचार के लिए महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया था। इस मामले का भी अभी खुलासा नहीं हो पाया था कि एक नाबालिग ने महाराज पर कुटिया में ही दुष्कर्म करने का आरोप लगा दिया। इसी मामले में आज पुलिस पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई थी।