मुंबई। बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री रवीना टंडन आज 48 वर्ष की हो गई। रवीना टंडन का जन्म 26 अक्टूबर 1974 को मुंबई में हुआ। पिता रवि और मां वीणा टंडन के नाम को मिलाकर उनका नाम रवीना टंडन रखा गया। रवीना को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता जाने-माने फिल्म निर्माता थे।
रवीना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के जमनाबाई स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने मुंबई के मशहूर मिट्ठीभाई कॉलेज में दाखिला लिया। इस दौरान उनकी मुलाकात निर्देशक शांतनु शोरी से हुई। उन्होंने रवीना को फिल्मों में काम करने की सलाह दी। इसके बाद कॉलेज में पढ़ाई छोड़कर रवीना फिल्मों में अभिनेत्री बनने का ख्वाब देखने लगी।
रवीऩा ने अपने सिने करयिर की शुरूआत वर्ष 1991 में प्रदर्शित फिल्म ‘पत्थर के फूल’ से की। जीपी सिप्पी निर्मित इस फिल्म में नायक की भूमिका सलमान खान ने निभाई थी। यह फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर सफल नहीं हो सकी लेकिन रवीना टंडन के अभिनय को दर्शकों ने काफी सराहा। इसके साथ ही वह नवोदित अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गई।
वर्ष 1994 रवीना के सिने करियर के लिए अहम वर्ष साबित हुआ। इसी वर्ष उनकी ‘मोहरा’, ‘लाडला’, ‘दिलवाले’ और ‘अंदाज अपना -अपना’ जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुई। ‘लाडला’ में दमदार अभिनय के लिये रवीना अपने करियर में पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामांकित की गई।
वर्ष 1994 में ही प्रदर्शित फिल्म ‘मोहरा’ रवीना टंडन के करियर की सर्वाधिक सुपरहिट फिल्म साबित हुई। मारधाड़ और एक्शन से भरपूर इस फिल्म में रवीना पर फिल्माया यह गीत ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’ उन दिनों श्रोताओं के बीच क्रेज बन गया था। इसके बाद रवीना फिल्म इंडस्ट्री में ‘मस्त-मस्त गर्ल ’के नाम से मशहूर हो गईं।
वर्ष 1995 में प्रदर्शित फिल्म ‘रक्षक’ रवीना की एक और महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुईयी। अशोक होंडा के निर्देशन में सुनील शेट्टी और करिश्मा कपूर की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में यूं तो रवीना ने अतिथि कलाकार के तौर पर काम किया था लेकिन फिल्म में उन पर फिल्माया गीत ‘शहर की लड़की’ श्रोताओं के बीच काफी क्रेज बन गया था और वह दर्शकों के बीच शहर की लड़की के नाम से मशहूर हो गई।
वर्ष 2001 में प्रदर्शित फिल्म ‘दमन’ रवीना के करियर की उल्लेखनीय फिल्मों में शुमार की जाती है। कल्पना आजमी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने दुर्गा नामक एक ऐसी महिला का किरदार निभाया था जिसे उसका पति बेहद प्रताड़ित करता है। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिए रवीना सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित की गई।
वर्ष 2001 में ही रवीना के करियर की एक और अहम फिल्म ‘अक्स’ प्रदर्शित हुई। इस फिल्म में उनका किरदार ग्रे शेड्स लिए हुए था। वह दर्शकों का दिल जीतने में सफल रही और वह फिल्म फेयर के विशेष पुरस्कार से सम्मानित की गयींं।
वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म ‘सत्ता’भी रवीना के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है। राजनीति से प्रेरित मधुर भंडारकर निर्मित इस फिल्म में रवीना अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों के साथ ही समीक्षकों का भी दिल जीतने में सफल रहीं। वर्ष 2003 में रवीना ने फिल्म ‘स्टंपड’ के जरिये फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रख दिया।
फिल्म ने टिकट खिड़की पर औसत व्यापार किया। इस दौरान वह फिल्म वितरक अनिल थडानी की तरफ आकर्षित हो गई और 2004 में रवीना ने अनिल से शादी कर ली। इसके बाद रवीना ने ‘पहचान’ फिल्म का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म टिकट खिड़की पर नकार दी गई।
वर्ष 2003 में रवीना ‘बाल फिल्म सोसाइटी’ की अध्यक्ष बन गई। इस दौरान हालांकि उन पर आरोप लगने लगे कि वह अपने काम में ध्यान नहीं दे रही हैं। वर्ष 2005 में रवीना ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। वर्ष 2006 में प्रदर्शित फिल्म ‘सैंडविच’ की असफलता के बाद रवीना ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया।
वर्ष 2017 में रवीना की फिल्म मातृ प्रदर्शित हुई जिसमें उनके अभिनय को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। रवीना के सिने करियर में उनकी जोड़ी अभिनेता अक्षय कुमार और गोविंदा के साथ काफी पसंद की गई। रवीना ने अपने दो दशक लंबे सिने करियर में 75 से अधिक फिल्मों में काम किया है।