भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत आज अपना 22वां जन्मदिन मना रहे है। 4 अक्टूबर 1997 को उत्तराखंड के रुड़की में जन्मे ऋषभ पंत का भारतीय टीम में चयन होने तक का सफर संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने कभी मां के साथ गुरुद्वारे में रातें काटी।
ऋषभ पंत सिर्फ 12 की उम्र में दिल्ली के Sonnet Cricket Academy में ट्रेनिंग लेने के लिए वीकेंड पर अपनी मां के साथ रुड़की से आते थे। लेकिन इतने बड़े शहर में उनका कोई जानने वाला नहीं था। ऐसे में पंत और उनकी माँ ने दिल्ली के मोतीबाग इलाके में स्थित गुरुद्वारे में रहने लगे। वहीं वो गुरुद्वारे में चलने वाले लंगर में खाना खाते थे। इस दौरान पंत और उनकी मां गुरुद्वारे में सेवा करनी लगीं।
अंडर 19 विश्व कप 2016 में ऋषभ पंत ने 6 फरवरी को नामीबिया के खिलाफ शतक जड़कर सभी का ध्यान अपनी ओर खिंचा। इसी दिन पंत को एक बड़ी खुशखबरी मिली। आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स ने पंत के लिए 1 करोड़ 90 लाख रुपये की बोली लगाई। जिसके बाद पंत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने प्रदर्शन के दमपर भारतीय टीम में जगह बनाने में कामयाब हुए।
जब ऋषभ पंत सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे थे उसकी दौरान उन्हें एक बड़ा झटका लगा। आईपीएल 2017 के दौरान उनके पिता राजेंद्र पंत का निधन हो गया। उस समय ऋषभ पंत मात्र 20 साल के थे। लेकिन उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में परिवार को संभाला और आगे बढ़ते चले गए।
बता दें, ऋषभ पंत ने साल 2018 अगस्त में इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। वे अब तक 11 टेस्ट खेल चुके हैं। इसमें उन्होंने 44.35 के औसत से 754 रन बनाए हैं।