नई दिल्ली। एक टीवी चैट शो में महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी करने पर निलंबित कर दिए गए भारतीय क्रिकेटरों हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल ने इस मामले में बिना शर्त माफ़ी मांगी है जबकि बीसीसीआई का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय का कहना है कि बोर्ड को खिलाड़ियों को सुधारना चाहिए न कि उनका करियर समाप्त करना चाहिए।
पांड्या और राहुल ने यह टिप्पणी टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ पर की थी जिसके बाद मामले की सुनवाई पूरी होने तक दोनों को निलंबित कर आस्ट्रेलिया दौरे से भी वापिस बुला लिया गया है। दोनों क्रिकेटरों का करियर खतरे में पड़ा हुआ है जबकि इंग्लैंड में होने वाला विश्व कप मात्र चार महीने दूर है।
खिलाड़ियों के खिलाफ जांच को लेकर प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय और सदस्य डायना इडुलजी के बीच मतभेद हैं जबकि बीसीसीआई की 10 सदस्य इकाइयों ने जांच को लेकर लोकपाल नियुक्त करने पर चर्चा के लिए विशेष आम बैठक बुलाने की मांग की है।
इडुलजी ने भारतीय क्रिकेटरों को लेकर प्रारंभिक जांच के तरीके पर सवाल उठाते हुए समिति के अध्यक्ष राय को ईमेल लिखा था और जांच बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी से कराने पर असंतोष जताया था।
इस मामले में दोनों क्रिकेटरों को नए कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे जिस पर उन्होंने बिना शर्त माफ़ी मांग ली है। इस बीच राय ने इडुलजी को अपने जवाब में कहा है कि बोर्ड को युवा खिलाड़ियों का करियर तबाह नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें सुधारना चाहिए क्योंकि भारतीय क्रिकेट के हितों को भी ध्यान में रखना है।