अहमदाबाद, 20 नवंबर :- गुजरात में अहमदाबाद की एक अदालत की ओर से राजद्रोह के एक मामले में जारी गैर जमानती वारंट के आधार पर क्राइम ब्रांच ने आज पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) नेता हार्दिक पटेल के पूर्व सहयोगी दिनेश बांभणिया को अहमदाबाद और गांधीनगर के सीमावर्ती इलाके में स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया।
क्राइम ब्रांच की साइबर शाखा के प्रभारी एसीपी वी एस बारड ने यूएनआई को आज बताया कि श्री बांभणिया को आज ही अदालत में पेश किया जायेगा।
वर्ष 2015 के अगस्त माह में यहां जीएमडीसी मैदान में पाटीदार आरक्षण रैली के बाद हुई राज्यव्यापी हिंसा के सिलसिले में अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसी साल अक्टूबर में यह मामला दर्ज कर इसमें हार्दिक, चिराग पटेल, दिनेश और केतन पटेल तथा अल्पेश कथिरिया को आरोपी बनाया था। केतन पहले ही सरकारी गवाह बन चुके हैं। हार्दिक और चिराग पिछली तारीख दो नवंबर को अदालत मेें उपस्थित थे। जबकि गत अगस्त में पकड़े गये कथिरिया न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।
अतिरिक्त जिला जज डी पी महिडा की अदालत में इस मामले में आरोप गठन की कार्यवाही होनी है। पर दिनेश की गैरमौजूदगी के चलते पिछली बार ऐसा नहीं हो सका। सरकारी वकील सुधीर ब्रह्मभट्ट ने बताया कि अदालत ने दिनेश की ओर से दी गयी अनुपस्थिति अर्जी खारिज कर पिछली तिथि पर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। उन्होंने पिता के बीमार होने का हवाला देते हुए पेशी से छूट की अर्जी दी थी। अदालत ने सुनवाई की अगली तिथी 20 नवंबर यानी आज के लिए ही तय की है। उन्होंने कहा कि एक न एक आरोपी पिछली कई तिथि से अनुपस्थित रह रहा है जिससे ऐसा लगता है कि वे आरोप गठन की कार्यवाही को जान बूझ कर टाल रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि तीन साल पहले आधी रात के बाद यहां हार्दिक के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले दिनेश की आजकल हार्दिक से अनबन है। उन्होंने हाल में उन पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाये थे।